इशिका ठाकुर,करनाल:
एम डी की अपील: किसान मिल परिसर में जड़, आगोला एवं पत्ती रहित साफ-सुथरा गन्ना लेकर आए।
सहकारी चीनी मिल के पिराई सत्र 2022-23 का शुभारंभ
करनाल सहकारी चीनी मिल की प्रबंध निदेशक डॉ० पूजा भारती ने बताया कि करनाल सहकारी चीनी मिल के पिराई सत्र 2022-23 का शुभारंभ 15 नवम्बर 2022 को सहकारिता मंत्री हरियाणा सरकार के कर कमलों द्वारा किया गया था। अब तक करनाल सहकारी चीनी मिल ने बिना किसी रूकावट के लगभग 7. 89 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके मौजूदा 9. 71 प्रतिशत रिकवरी के साथ लगभग 59 हजार क्विंटल रिफाइंड चीनी का उत्पादन कर लिया गया है। करनाल सहकारी चीनी मिल का 47वां पिराई सत्र 100 प्रतिशत क्षमता के साथ कार्य कर रहा है।
ऑटोमेटिक तरीके से प्लांट लगने से लागत में कमी
उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में तैयार की गई रिफाइंड चीनी की गुणवत्ता सरकार द्वारा तय किए गए मानकों के अनुसार है। करनाल सहकारी चीनी मिल अगले सप्ताह तक 18 मेगावाट विद्युत का उत्पादन करके हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम को उचित दरों पर बिजली की सप्लाई दी जाएगी, जिसे मिल की वित्तीय स्थिति और भी मजबूत होगी। यहां पर यह भी अवगत कराया जाता है कि मील में लगे डीसीएस कंप्यूटर सिस्टम की वजह से मिल के ज्यादातर यंत्रों को रिमोट कंट्रोल के जरिए चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर कार्य ऑटोमेटिक तरीके से और ज्यादा क्षमता वाला प्लांट लगने से लागत में कमी हुई है तथा उत्पादन की गुणवत्ता में भी इजाफा हुआ है। नए रिफाइंड चीनी प्लांट में पहले के मुकाबले बिजली की खपत में काफी कमी आई है।
करनाल सहकारी चीनी मिल की एमडी ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि मिल परिसर में जड़, आगोला एवं पत्ती रहित साफ-सुथर गन्ने की आपूर्ति करें ताकि मिल रिकवरी के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने की ओर अग्रसर रहें।
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