प्रवीण वालिया, करनाल :
कांग्रेस के जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह के नेतृत्व में करनाल शहर में जल निकासी की समस्या को लेकर कांग्रेस सडकों पर उतरी। शहर में पानी की निकासी में भ्रष्टाचार तथा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में अफसरों द्वारा करोड़ों रुपए के बन्दर बांट के मुद्दे पर करनाल हल्के के कांग्रेस कार्यकत्तार्ओं के 31 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने एडीसी योगेश कुमार को सीएम के नाम ज्ञापन दिया। इससे पहले मिनी सचिवालय के बाहर कांग्रेस के वर्कर्स ने भारी बारिश में प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर जिला कांग्रेस के संयोजक त्रिलोचन सिंह ने कहा कि शहर में पाश कालोनियों, स्लम एरिया, पुराना शहर, करनाल के आसपास की कालोनियों में 3 दिन से पानी भरने के कारण हाहाकार मचा हुआ है। लोग परेशान है। उनकी सुनवाई नहीं है। मुख्यमंत्री तो दूर करनाल के बीजेपी नेता भी लोगों का हाल जानने तक नहीं पहुंचे। उन्होंने कहा कि हालात में सुधार न किया गया तो करनाल के मिनी सचिवालय को ताला लगाएंगे। इसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की होगी। उन्होंने कहा कि पानी की निकासी पर 7 साल में 850 करोड़ खर्च हुए। इसके बाद भी पानी भर गया। उन्होंने कहा कि हाल ही में पानी की निकासी में 85 करोड़ के घोटाले का खुलासा हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री करनाल को स्मार्ट सिटी बनाने के नाम पर कितना खर्च हुआ है उस पर श्वेत पत्र जारी करें।
उन्होंने कहा कि जिनकी दुकानों मकानों में पानी भरने से नुक्सान हुआ। उन्हें सरकार मुआवजा दे। उन्होंने कहा कि सरकार नगरपार्षदों की सुनवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि अब करनाल के लोग शांत नही रहेंगे वह अपने विधायक की कार्य शैली से नाराज हैं। उनके विधायक ने उन्हें धोखा दिया है। इस अवसर पर सुरेंद्र, डा. गीता रानी, कृष्ण बसताड़ा, प्रवीन शर्मा, विनोद तितोरिया, रोहित जोशी, सुषमा नागपाल, एम,एस महेंद्रू, अमरजीत कादियान, परमजीत भारद्वाज, जसपाल सिंह, राजेन्द्र भोला, प्रेम मलवानिया, नरेंद्र जोगा, जितेंद्र पांचाल, भारत भूषण डा. रामफल, सुनहरा वाल्मीकि, गगन मेहता, परमजीत, अविनाश, कर्म पाल सिंह, कृष्ण गहलोत, महावीर, रमेश कुमार, अनन्त कुमार पाहवा पंजाबी, बलबान पठान, रमेश, राकेश कश्यप आदि मौजूद थे।