करनाल: मुख्यमंत्री को विवेक की जरुरत है : कुलदीप शर्मा

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Kuldeep Sharma
Kuldeep Sharma

प्रवीण वालिया, करनाल:
कांग्रेस के पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा ने सीएम मनोहर लाल को अफसरों के हाथों की कठपुतली बताया। उन्होंने कहा कि जो अफसर दिखाना चाहते हैं वही देखते और कहते हैं। लगता है कि मुख्यमंत्री में खुद का विवेक नही है। पूर्व स्पीकर शर्मा पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। इसका संचालन जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह ने किया। कुलदीप शर्मा ने कहा कि करनाल को ऐसा सांसद मिला है जिसने आज तक लोक सभा में करनाल या प्रदेश को लेकर कोई सवाल नहीं किया है। लोगों के बीच से सांसद नदारद है। उन्होंने कहा कि नौ माह बीतने के बाद भी सरकार आंदोलित किसानों को अपनी बात नहीं समझा पाई है और न ही किसानों की बात ही समझने के लिए तैयार है। सरकार किसानों को नजर अंदाज कर रही है। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस किसानों के लिए किसी भी बलिदान के लिए तैयार है। सरकार के खिलाफ कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी ने झंडा बुलंद कर साफ कर दिया है कि कांग्रेस का सबसे ज्यादा चिंता किसानों को है। उन्होंने कहा कि पैट्रोल डीजल महंगा हो गया है। रसोई गैस ने रसोई का बजट खराब कर दिया है। सरकार सांकेतिक विरोध नही समझ पा रही है।

उन्होंने कहा कि फोन टैपिंग पर सरकार को स्पष्टीकरण देना चाहिए। हरियाणा मुख्यमंत्री को चुनौती देते हुए भूतपूर्व विधानसभा स्पीकर ने कहा कि आओ किसी पटल पर बहस करें। और नहीं तो स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर ही बहस कर ली जाए। हजार करोड़ के लगभग खर्च करने पर भी शहर पानी से लबालब हो जाता है। सरकार केवल विकास का खोखला दावा करती है, धरातल पर विकास नजर नहीं आता। टूजी घोटाले पर उन्होंने कहा कि भाजपा ने झूठा हो हल्ला मचाया जिससे कांग्रेस को सत्ता गंवानी पड़ी, जबकि कोर्ट ने अपने निर्णय में कहा है कि ऐसा कोई घोटाला हुआ ही नहीं है। भाजपा केवल झूठ बोलने का काम करती है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस में किसी प्रकार का मतभेद नहीं है। इसका उदाहरण जासूसी को लेकर चंडीगढ़ में हुआ प्रदर्शन रहा। इस प्रदर्शन में 26 विधायकों ने भाग लिया। इस अवसर पर कांग्रेस के जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह, सुरेंद्र, धर्मपाल कौशिक, पप्पू लाठर, रणपाल सन्धु, बीरबल तंवर, अमरदीप कादियान, परमजीत भारद्वाज, होशियार सिंह, कर्मपाल सिंह, जसपाल सिंह, एमएस. महेंद्रू, नरेंद्र जोगा, प्रेम मलवानिया,दया प्रकाश, विनोद शर्मा, सुनेहरा वाल्मीकि ,गगन मेहता, विनोद काला, सोमदत्त शर्मा, परमजीत वाल्मीकि, डा. फतेह, पृथ्वी भाट, आनन्द, सुमित, रमेश जोगी, राय सिंह, नसीब वाल्मीकि आदि उपस्थित रहे।