करनाल: मुख्यमंत्री ने परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास

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प्रवीण वालिया, करनाल:
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनेाहर लाल ने एक कार्यक्रम में 19 करोड़ 82 लाख 29 हजार रुपये की लागत की 9 परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इनमें स्मार्ट सिटी की 5 परियोजनाएं शामिल हैं। इन पर अनुमानित 13 करोड़ 26 लाख रूपये की राशि खर्च होगी। पंचायती राज व जिला परिषद की 4 परियोजनाओं में दो का उद्घाटन एवं दो का शिलान्यास किया गया जिनकी लागत 6 करोड़ 56 लाख 29 हजार रुपये है। इस अवसर पर प्रदेश के खेल मंत्री संदीप सिंह, घरौंडा व नीलोखेड़ी के विधायक क्रमश: हरविन्द्र कल्याण व धर्मपाल गोंदर, भाजपा महामंत्री राजबीर शर्मा, उपायुक्त निशांत कुमार यादव, पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया, मेयर रेनू बाला गुप्ता तथा नीलोखेड़ी के पूर्व विधायक भगवानदास कबीरपंथी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज जिन परियोजनाओं का उद्घघाटन एवं शिलान्यास किया गया है, उनसे करनाल शहर के साथ-साथ जिला का स्वरूप बदलेगा और लोगों को उसका लाभ मिलेगा।
स्मार्ट सिटी की परियोजना कल्चरल कॉरिडोर जिसका उद्घाटन किया गया, बारे मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ समय पहले यहां सिंगल रोड थी और उसके दोनों ओर जंगली झाडिय़ां भी, अब यह स्मार्ट रोड है। वैसे भी यह शहर का मुहाना है यानि जो लोग चंडीगढ़ से आकर करनाल में प्रवेश करेंगे उन्हें एक खूबसूरत शहर का आभास होगा। इसी तरह दिल्ली की ओर से आने वालों के लिए भी नमस्ते चौंक स्थल का विकास कर खूबसूरत बनाया गया है। इसके अतिरिक्त करनाल के चारों ओर 7 प्रवेश द्वार या वेल्कम साँग बनाए गए हैं, जिनसे शहर की आभा प्रकट होती है। उन्होंने कहा कि अब करनाल सफाई, सुंदरता और स्वच्छता का एक नमूना है, इसका श्रेय उन्होंने सफाई कर्मचारियों को दिया। कार्यक्रम स्थल पर उद्घाटन एवं शिलान्यास से पहले मुख्यमंत्री ने पंचायत एवं विकास विभाग की ओर से 80 ग्रामीण सफाईकर्ताओं को कूड़ा ढोहने के लिए एक-एक रिक्शा, रेहड़ी व सफाई करने के औजारों की एक-एक किट वितरित की। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी शहर की सफाई के लिए सीवरेज व नालियां साफ करने के प्रयोजन से जैटिंग मशीनें दी गई थी और कहा कि सफाई के साधनों को लेकर किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में चहुं ओर बिना किसी भेदभाव के सामाजिक व आर्थिक विकास करके जनता को सुख सुविधाएं दी जा रही हैं।
अब प्रदेश में परिवार पहचान पत्र बनाने का काम काफी कुछ हो चुका है। इसके माध्यम से लोगों को सरकारी स्कीमों का लाभ दिया जाएगा। पहले इस तरह का लाभ 10 हजार रुपये महीना मासिक कमाने वालों को मिलता था, अब इसकी सीमा 1 लाख 80 हजार कर दी है। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत योजना में पात्रों को एक साल में 5 लाख रुपये तक का निशुल्क ईलाज किया जा रहा है। प्रदेश में पहले 15 लाख परिवारों को इस तरह का लाभ मिल रहा था, अब केन्द्र सरकार की ओर से 12 लाख परिवार और जोड़ दिए गए हैं। कुल 27 लाख परिवार इस योजना से लाभान्वित होंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश के हर व्यक्ति के घर में एलपीजी गैस का कनैक्शन हो इसके लिए एक दिन पहले ही यह घोषणा की गई थी कि जिस भी व्यक्ति के घर में गैस का कनैक्शन नहीं है, वह उसकी घोषणा करे, उसे इसके लिए 500 रुपये का ईनाम और गैस कनैक्शन मुहैया करवा दिया जाएगा।
अब एक महीने के बाद प्रदेश के सभी घरों में गैस का चूल्हा व कनैक्शन होंगे। उन्होंने आगे बताया कि आगामी 1 नवम्बर तक प्रदेश के सभी घरों को पेजयल का कनैक्शन जारी कर दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की घोषणा के अनुसार आगामी नवम्बर तक प्रत्येक जरूरतमंद को 5 किलोग्राम अनाज निशुल्क मिलेगा। इस तरह से किसी भी परिवार की मुख्य जरूरतें यानि अनाज, बिजली, पानी व गैस की पूरी हो जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंत्योदय के सिद्धांत पर काम कर रही है यानि समाज के आखिरी व्यक्ति और जो सबसे गरीब है उसे सरकार के पैसे का पहला अधिकार है।
स्मार्ट सिटी की इन परियोजनाओं का हुआ उद्घाटन एवं शिलान्यास:
कर्ण झील का पुर्नविकास- इस परियोजना की विशेषताओं में प्रविष्टियों को बढ़ावा, साईनेज, आकर्षक वृक्षारोपण और फीचर लाईट जोड़कर शहर के साथ-साथ जिला स्तर पर कनैक्टिविटी को बढ़ाया जाएगा। उपयोगकर्ता सुविधाओं से सुसज्जित झील के किनारे पैदल यात्रियों के लिए सैरगाह तथा इसके किनारे पॉकेट गार्डन विकसित किया जाएगा। मौजूदा रेस्तरां और रिजॉर्ट के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के साथ-साथ, संगीतमय फव्वारा, नौकाविहार सुविधाएं, साईकिल ट्रैक, मूर्तिकला उद्यान, गैलरी देखना तथा बुक कैफे, सार्वजनिक उपयोगिताएं व सी.सी.टी.वी. कैमरे जैसी सुविधाएं दी जाएंगी। इन कार्यों पर साढे 6 करोड़ रूपये की लागत आएगी तथा यह अगले 6 महीनो में पूरे होंगे।
इन सुविधाओं से क्षेत्रीय स्थल के पर्यटन में वृद्धि:
शहर स्तरीय सार्वजनिक स्थान को कुशल और मजबूत बुनियादी ढांचे में बदलाव के साथ-साथ, भवनों का उन्नयन यानि अपग्रेडेशन, विषयगत सांस्कृतिक और मनोरंजक जगह का पुनरोद्धार होगा। रोजगार के अवसर और स्थानीय अर्थव्यवस्था के साथ-साथ राजस्व सृजन का लाभ होगा।
ग्रीन बेल्ट का सौंदर्यकरण
इस परियोजना में आईजी ऑफिस से ट्रैफिक पार्क तक, एन.एच.-44 के दोनों ओर हरित पट्टी क्षेत्र का विकास किया जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर लगभग साढे 3 किलोमीटर लम्बाई और 100 मीटर चौड़ाई को कवर करके जोगिंग ट्रैक, एक-दूसरे को जोडऩे वाले रास्ते, बैठने की जगह, ओपन जिम, बच्चों के खेलने की जगह, ओपन एयर थिएटर तथा ध्यान व योगा करने की जगह बनाई जाएंगी।
इन कार्यों से शहर में शोर और वायु प्रदूषित नियंत्रित होगा, सेक्टरों को जाने वाले सड़कों के लिए निर्देशयुक्त साईनेज लगाए जाएंगे। नागरिक बहिरंग गतिविधियों के लिए उत्साहित रहेंगे और उनके स्वास्थ्य में सुधार होगा।
बांसो गेट के पास गौशाला रोड और हांसी रोड का सुदृढ़ीकरण
इस परियोजना में कुंजपुरा रोड से कैलाश रोड तक नई सड़क का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ-साथ बांसो गेट के पास गौशाला रोड व हांसी रोड को जाने वाले रास्ते को बिटुमिन व कंक्रीट से सुदृढ़ किया जाएगा। इंटरलॉकिंग टाईलें और टो-वाल बनाई जाएंगी। इस परियोजना से जल-जमाव की रोकथाम होगी और नागरिकों को यातायात के लिए सुरक्षित सड़क का लाभ मिलेगा। इन कार्यों पर अनुमानित 2 करोड़ 26 लाख रूपये की राशि खर्च होगी और यह लगभग 4 महीने में पूरे होंगे।