भारत सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के खात्मे के बाद महाराजा हरि सिंह के बेटे कर्ण सिंह ने केंद्र शासित प्रदेश के रूप में लद्दाख को जम्मू-कश्मीर से अलग किए जाने के फैसले का स्वागत किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि अब श्रीनगर में नेताओं को छोड़ देना चाहिए और उनसे बातचीत शुरू होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरी एकमात्र चिंता जम्मू और कश्मीर के सभी वर्गों और क्षेत्रों की भलाई है। उन्होंने धारा 370 हटाने को लेकन यह भी कहा कि मैं मानता हूं कि संसद में लिया यह जल्दबाजी भरा फैसला है। स्पष्ट रूप से इनके उलझावों से निपटने के लिए अभी कई स्तरों तक गुजरना होगा। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि इसके लिए राजनीतिक वार्ता जारी रखना महत्वपूर्ण है। यहां के दो मुख्य क्षेत्रीय लोगों को राष्ट्र विरोधी कहना अनुचित है। उनके कार्यकर्ताओं ने लंबे समय से यहां के लिए बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि जल्द से जल्द यहां का माहौल ठीक हो, साथ ही हिंसा का कोई स्थान न हो।