फूलों से महकेगी कर्ण नगरी नगर निगम स्थापित करेगा अपनी नर्सरी

0
327
Karna Nagari Municipal Corporation will set up its nursery with flowers
प्रवीण वालिया, करनाल:       
नगर निगम ने शहर को फ्लावर सिटी बनाने का कान्सैप्ट लिया है। इसके लिए निगम अपनी नर्सरी स्थापित करेगा और उसमें खूबसूरत फूल देने वाले गुलमोहर और अमलताश जैसे पौधे तैयार करके उन्हें पार्कों, मुख्य सडक़ों के किनारे तथा हाईवे पर लगाएगा। कान्सैप्ट को मूर्तरूप देने के लिए नगर निगम आयुक्त अजय सिंह तोमर ने शुक्रवार को बागवानी शाखा के अधिकारियों के साथ साथ मीटिंग कर इस बात की जानकारी दी। मीटिंग में अतिरिक्त आयुक्त गौरव कुमार, मुख्य अभियंता महीपाल सिंह तथा अधीक्षण अभियंता श्याम सिह के अतिरिक्त पार्कों को मेन्टेन करने वाली एजेंसियों के प्रतिनिधि भी शामिल थे।
उन्होंने बताया कि शहर के सैक्टर-14 की डिस्पोजल पर पौधे तैयार करने के लिए एक छोटी नर्सरी बनाई जाएगी। नर्सरी में खूबसूरत दिखाई देने वाले फूलदार और फलदार दोनो तरह के पौधे तैयार किए जाएंगे। पौधे लगाने के बाद अगले दो-तीन सालों में बड़ा आकार ले लेंगे और अपनी खूबसूरती से छटा बिखेरेंगे। प्रकृत्ति की देन रंग-बिरंगे फूलों से नागरिकों को सुकून मिलेगा और शहर की खूबसूरती भी बढ़ेगी।
मीटिंग में उन्होंने जानकारी दी कि शहर में नगर निगम के छोटे-बड़े 184 पार्क हैं, इनकी मेन्टेनेन्स के लिए उन्होंने बागवानी शाखा के कार्यकारी अभियंता को निर्देश दिए कि पार्कों में घास कटाई, पौधों की सिंचाई व कटिंग, नलाई-गुड़ाई व साफ-सफाई तथा झूलों को भी साफ रखें। निगम के वरिष्ठ अधिकारी यह सब देखने के लिए पार्कों का औचक निरीक्षण करेंगे। खामियां पाए जाने पर मेन्टेनेन्स करने वाली निजी एजेंसियों के साथ-साथ एक्सईएन, एई व जेई की भी जवाबदेही होगी। एजेंसी का काम ठीक से नहीं होगा तो उसकी पेमेंट में से कटौती की जाएगी।

अधिकारियों व एजेंसी प्रतिनिधियों को लगाई फटकार 

मीटिंग में निगमायुक्त ने बताया कि कुछ दिन पहले पार्कों का औचक निरीक्षण किया गया था, जिनमें मेन्टेनेन्स ठीक से नहीं दिखाई दी। इसके लिए उन्होंने मीटिंग में मौजूद, द ब्रदर लैंड स्केपिंग, खालसा कॉप्रेटिव एल एंड सी सोसाईटी लिमिटेड तथा मैसर्ज सतपुरा कंस्ट्रक्शन लिमिटेड के प्रतिनिधियों को खरी-खरी सुनाई और हॉर्टीकल्चर के एक्सईएन नरेश त्यागी के साथ-साथ एई मदन मोहन गर्ग तथा जेई प्रदीप कुमार को भी फटकार लगाई।

वेल मेन्टेन हों सभी पार्क

निगमायुक्त ने पार्कों को मेन्टेन करने वाले एजेंसियों को सख्त लहजे में कहा कि सभी पार्क वेल मेन्टेन हों। घाट काटने के बाद उसे पार्क में न पड़ा रहने दें, तुरंत उठाएं। वर्क ऑर्डर के हिसाब से काम करें, अन्यथा छोड़ दें, किसी दूसरी एजेंसी को दें देंगे। हॉर्टीकल्चर नॉर्म के हिसाब से मैनपावर बढ़ाएं, पार्कों में उबड़-खाबड़ जगह न हो और ट्रैक पर घास नहीं दिखाई देनी चाहिए तथा न ही विज्ञापन के पोस्टर/बैनर लगे हों। सिटिंग बैंच साफ-सुथरें हो तथा पार्कों में पॉलीथिन इत्यादि कूड़ा-कचरा इध-उधर फैला नहीं होना चाहिए। उन्होंने कार्यकारी अभियंता को निर्देश दिए कि पार्कों में जो पौधे मर गए हैं, उनकी जगह नए पौधे लगवाए जाएं। पार्कों को लेकर नागरिकों की अच्छी फीडबैक मिलनी चाहिए।
हाई मास्ट लाईटें, ओपन एयर जिम और गैजिबो वेल मेन्टेन रहें। डिवाईडरों पर लगे पौधे हरे-भरे हों तथा सभी पौधे एक शेप में हों। समय-समय पर पेड़-पौधों की ट्रीमिंग करवाते रहें। इसके अलावा मुगल कैनाल पर मौजूद 17 पार्कों को भी मेन्टेन रखें। शहर में भिन्न-भिन्न जगहों पर 8 मुख्य चौराहें हैं, वह भी साफ-सुथरे दिखाई देने चाहिएं। उन्होंने निर्देश दिए कि मुख्य सडक़ों पर बड़े पेड़ों से ट्री गार्ड हटाने का नगर निगम की ओर से अभियान जारी है। हटाए गए ट्री-गार्डों को पेंट करके नए पौधों पर लगाया जाए।