Senior Congress Leader Karan Singh Sugest Rajnath Singh, (आज समाज), नई दिल्ली: जम्मू डिवीजन में हाल ही में बढ़ते आतंकी हमलों के बीच इलाके में फिर नागरोटा कॉर्प्स को शिफ्ट करने का सुझाव सरकार को दिया गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता करण सिंह ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को यह सुझाव दिया है। हाल ही के आतंकी हमलों पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा है कि बेहतर सुरक्षा प्रदान करने और आतंकवाद से निपटने के लिए जम्मू डिवीजन को चंडीगढ़ स्थित पश्चिमी कमान से हटाकर वापस नगरोटा कोर के हवाले कर दिया जाए।
वर्षों तक नगरोटा कॉर्प्स के अंतर्गत था जम्मू डिवीजन
कांग्रेस नेता ने कहा, कई वर्षों तक जम्मू डिवीजन नगरोटा कॉर्प्स के अंतर्गत था, जिसका मुख्यालय अब भी जम्मू से मुश्किल से 30 मील दूर है। कुछ साल पहले किसी अजीब कारण से जम्मू डिवीजन को नगरोटा से हटाकर 200 मील से अधिक दूर चंडीगढ़ में पश्चिमी कमान के तहत रख दिया गया। नागरोटा के मुख्यालय से चंडीगढ़ की दूरी 200 मील है।
करण सिंह ने कहा, मेरा मानना है कि सैन्य वातावरण में बेहतर व एकीकृत प्रभुत्व सुनिचित करने के लिए पुरानी व्यवस्था को बरकरार रखा जाना चाहिए। उनका कहना है, अगर जम्मू डिवीजन नागरोटा के ही कंट्रोल में रहे तो आतंकियों से लोहा लेने की स्थिति में काफी फायदा मिलेगा। आतंकियों पर काल बनकर इसके जवान बरसेंगे।
जानें क्या है नागरोटा कॉर्प्स
नागरोटा कॉर्प्स को XVI कॉर्प्स के नाम से जाना जाता है। समझ लीजिए कि यह कॉर्प्स आतंकियों का काल है। यह भारतीय सेना की एक ऐसी टुकड़ी है, जिसे व्हाइट नाइट कॉर्प्स के नाम से भी जाना जाता है। नागरोटा कॉर्प्स यानी XVI कोर भारतीय सेना की एक कोर है। इसकी स्थापना 1 जून 1972 को लेफ्टिनेंट जनरल जेएफआर जैकब ने की थी। जैकब इसके पहले जनरल आफिसर कमांडिंग थे। इसका हेडक्वार्टर जम्मू जिले के नगरोटा छावनी में है।
मौजूदा जनरल आफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा
नगरोटा कॉर्प्स आतंकियों से लोहा लेने के लिए जानी जाती है। इसका नाम सुनकर ही आतंकियों के पसीने छूट जाते हैं। इसके मौजूदा जनरल आफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा हैं। व्हाइट नाइट कोर इंटरनेशनल बॉर्डर की सुरक्षा, नियंत्रण रेखा की पवित्रता बनाए रखने, आतंकवाद से लड़ने व राज्य में विकास कार्यक्रमों को अंजाम देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।