कानपुर। कानपुर के चौबेपुर थानाक्षेत्र के बदमाश विकास दुबे द्वारा हमला कर उसे पकड़ने गई पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई जिसमें आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। इस समय यूपी पुलिस और एसटीएफ की चालाीस से ज्यादा टीमें विकास की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रहीं है हालांकि अब तक विकास दुबे पुलिस की गिरफ्तारी से बाहर है। कानपुर में आठ पुलिसवालों की हत्या के बाद विकास वहां से भाग निकाला था। ऐसा कयास लगाया जा रहा था कि पुलिस के अंदर ही किसी ने उसके लिए मुखबिरी की है और उसे पुलिस टीम की दबिश के बारे में जानकारी दी। अब विकास दुबे के लिए मुखबिर के शक में चौबेपुर थाने के एसएचओ विनय तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पहले वि नय तिवारी को केवल सस्पेंड किया गया था। जांच टीम को शक है कि विनय तिवारी ने ही विकास दुबे को इस बात की जानकारी दी थी कि रात में उसको पकड़ने के लिए टीम आने वाली है।
बता दें कि विनय तिवारी सस्पेंडेड एसएचओ चौबेपुर के साथ ही बीट प्रभारी केके शर्मा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आईजी मोहित अग्रवाल और एसएसपी दिनेश कुमार ने इस गिरफ्तारी की सूचना दी। बताया जा रहा है कि विनय तिवारी टीम के साथ गया जरूर था लेकिन सबसे पीछे रहा और पुलिस टीम को रोकने के लिए जेसीबी लगाया गया था विनय तिवारी उसके पीछे ही रहा। उसके अंदर वह टीम के साथ नहीं गया।