नई दिल्ली। सीपीआई नेता और जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के काफिले को कई बार निशाना बनाया जा चुका है। वह इस समय नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), एनआरसी और एनपीआर के विरोध में बिहार में जनसभाएं कर रहे हैं। कन्हैया को ज्यादातर जिलों में विरोध का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें आरा में सीएए के विरोध में रैली को संबोधित करना था। लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही विरोधियों ने मंच को आग के हवाले कर दिया। दरअसल कन्हैया कुमार पूने बिहार में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में जन गण मन यात्रा निकाल रहे हैं। उनकी इस यात्रा की शुरूआत 30 जनवरी को हुई थी। यह 29 फरवरी को पटना में विशाल रैली के साथ खत्म होनी है, लेकिन कन्हैया जिस भी जिले में जा रहे उन्हें विरोध प्रदर्शनों का सामना करना पड़ रहा है। बक्सर में जनसभा को संबोधित करने के बाद कन्हैया आज दोपहर आरा पहुंचने वाल थे उनके वहां पहुंचने से पहले ही आरा के मंच को आग के हवाले कर दिया गया। कन्हैया ने ट्वीट कर लिखा कि विरोधियों ने उनके कार्यक्रम के मंच को आग लगा दी लेकिन इसके बावजूद भी आरा जाएंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे। कन्हैया ने ट्वीट कर कहा, ‘आज जन-गण-मन यात्रा का काफिला बक्सर में सभा करने के बाद आरा पंहुचेगा। गोडसे-प्रेमियों ने आरा में होने वाली सभा के मंच मे कल रात आग लगा दी है लेकिन हम तो जाएंगे मोहब्बत का कारवां लेकर और लगाएंगे नफरत से आजादी के नारे। इंकलाब मंच का मोहताज नही होता दोस्तों।’बता दें कि अब तक लगभग आठ बार कन्हैया कुमार के मंच या काफिले पर हमला हो चुका है।