Kangna Ranaut, Prasun Joshi including 61 people Letters to PM written in favor of the government: भीड़ हिंंसा पर पलटवार-कंगना रनौत, प्रसुन जोशी सहित 61 हस्तियों का ने सरकार के पक्ष में लिखा पीएम को पत्र

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश में हो रहे हैं भीड़ तंत्र द्वारा की जा रहीं हत्याओं को लेकर पत्र लिखा गया था। देश के 49 दिग्गजों ने पत्र लिखा था। जिसमें मॉब लिंचिंग और दलितों, मुस्लिमों पर हमले को लेकर सरकार की आलोचना की गई थी। अब इसी के विरोध में देश की अन्य जानी मानी हस्तियों ने पीएम मोदी को एक खुला पत्र लिखा। कंगना रनावत 61 हस्तियों ने प्रधानमंत्री मोदी को खुला पत्र लिखा है जिसमें सरकार का समर्थन किया गया है। कंगना रनौत के साथ फिल्मकार मधुर भंडारकर,गीतकार प्रसुन जोशी जैसे दिग्गज शामिल है। इस पत्र में चुनिंदा मुद्दों पर आक्रोश और गलत थथ्य प्रस्तुत करने का आरोप लगाया गया है। पत्र में सरकार की छवि को बदनाम करने के प्रयासों का भी आरोप लगाया गया है।
पत्र में पूछ गया है कि जब नक्सल, माओवादी गरीब आदिवासियों की हत्या करते हैं, उन्हें निशाना बताने है तो इन लोगों की आवाज क्यों नहीं निकलती। इस पत्र को लिखने वालों में फिल्म मेकर मधुर भंडारकर, विवेक अग्निहोत्री, फिल्ममेकर अशोक पंडित, प्रसिद्ध नृत्यकार मालिनी अवस्थी सहित कई दिग्गज शामिल है। पत्र में सरकार के कार्यों का भी समर्थन किया गया है। पत्र में 3 तलाक का भी जिक्र है। पत्र में लिखा गया है कि 3 तलाक जैसे मुद्दे पर बात नहीं की जाती जो महिलाओं के हक का सवाल है। इस मुद्दे पर कुछ लोग खामोश हो जाते हैं। हम देख रहे है इस सरकार में लोगों को इतनी आजादी मिली हुई है लोग सरकार की किसी भी हद तक जाकर आलोचना कर सकते है। दिग्गजों ने पत्र में लिखा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने सबका साथ-सबका विकास का मंत्र दिया है। इसमें सबका विश्वास भी शामिल है। मॉब लिंचिंग एक समस्या है। प्रधानमंत्री मोदी इसकी आलोचना कर चुके हैं। राज्य सरकारें इस पर सख्त कदम उठा रही है। गौरतलब है कि इससे पहले देश के 49 दिग्गजों ने प्रधानमंत्री मोदी के नाम एक खुला पत्र लिखा था। पत्र में मॉब लिंचिंग को लेकर मोदी सरकार की आलोचना की गई थी। पत्र में लिखा गया था कि सरकार मॉब लिंचिंग को लेकर सख्त कदम नहीं उठा रही है। पत्र में दलितों,अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ भी चिंता जाहिर की गई थी।
पत्र में लिखा गया था कि देश में दलितों, मुस्लिमों व अन्य अल्पसंख्यकों के साथ लगातार हिंसा की घटनाए सामने आ रही है। जिससे हम सभी शांति प्रिय लोग चिंता में है। इस पत्र को लिखने वालों में प्रसिद्द इतिहासकार रामचंद्र गुहा, अनुराग कश्यप, अपर्णा सेन, श्याम बेनेगल, अभिनेत्री कोंकणा सेन शर्मा, गायक शुभा मुदगल आदि लोग शामिल थे।