Member of Parliament Kartikeya Sharma ,(आज समाज), कालका : संत निरंकारी सत्संग भवन में रविवार को सांसद कार्तिकेय शर्मा ने माथा टेका। इस अवसर पर उन्होंने सत्संग का आशीर्वाद लिया और सभी संतों से वोट की अपील की।
सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि संत निरंकारी मिशन, जो अपने आध्यात्मिक मूल्यों और समाज सेवा के कार्यों के लिए जाना जाता है, नियमित रूप से रक्तदान शिविरों का आयोजन करता है। ये शिविर मानव सेवा के प्रति मिशन की प्रतिबद्धता का एक उत्कृष्ट उदाहरण हैं।
रक्तदान शिविरों का उद्देश्य
जीवनदान : रक्तदान के माध्यम से मिशन का लक्ष्य उन लोगों की जान बचाना है जिन्हें रक्त की आवश्यकता होती है, जैसे कि दुर्घटना के शिकार, कैंसर रोगी और अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोग।
जागरूकता फैलाना : रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना और लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करना।
एकता का प्रतीक : रक्तदान शिविर एकता और भाईचारे का प्रतीक हैं, जहां सभी लोग बिना किसी भेदभाव के भाग ले सकते हैं।
समाज सेवा : समाज सेवा के प्रति मिशन की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करना।
शिविरों में क्या होता है:
रक्तदान: स्वस्थ और योग्य दाता रक्तदान करते हैं।
स्वास्थ्य जांच : रक्तदान करने से पहले दाताओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है।
परामर्श: रक्तदान के बारे में लोगों को जानकारी दी जाती है और उनके सवालों के जवाब दिए जाते हैं।
भोजन और पेय: रक्तदान करने वाले लोगों को भोजन और पेय उपलब्ध कराया जाता है।
शिविरों का प्रभाव
जीवन बचाने में योगदान : इन शिविरों के माध्यम से हजारों लोगों की जान बचाई जा चुकी है।
समाज में सकारात्मक बदलाव : रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मिशन की छवि को बढ़ाना : मिशन की सामाजिक सेवा के कार्यों को प्रदर्शित करके मिशन की छवि को बढ़ावा दिया है।
संत निरंकारी मिशन द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर मानव सेवा का एक उत्कृष्ट उदाहरण हैं। ये शिविर न केवल जीवन बचाने में योगदान देते हैं बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
संत निरंकारी मिशन एक आध्यात्मिक संस्था है जिसका उद्देश्य सभी मनुष्यों को एकता के सूत्र में बांधना और सर्वव्यापी परमात्मा के दर्शन कराना है। इस मिशन की स्थापना 1929 में बाबा अवतार सिंह जी द्वारा की गई थी।
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