मनोज वर्मा, कैथल :
पर्यावरण संतुलन से ही मानव के सुखी जीवन की संभावना व्यक्त की जा सकती है। आदिकाल से मनुष्य पर्यावरण पर निर्भर रहा है। अगर पर्यावरण बचेगा तो ही पृथ्वी पर जीवन बच पाएगा। यह विचार जिला जूनियर रैडक्रास काउंसलर राजा झींंजर ने सरकारी स्कूल हरिगढ़ किंगन में पौधारोपण करते हुए कहे। झींजर ने कहा कि मनुष्य के एक निस्वार्थ एवं परोपकारी मित्र पेड़ पौधे ही हैं। जो हमसे बिना कुछ लिए उम्र भर आक्सीजन, फल, फूल, औषधि, लकड़ी, गोंद, कागज, प्राकृतिक सुंदरता आदि देते रहते हैं। उन्होंने कहा कि पेड़ पौधे न केवल मनुष्य बल्कि पूरे प्राणी जगत के लिए बहुत बड़ा जीवन का वरदान है। जहां वृक्षों के साथ हमारे जीवन की धार्मिक आस्था जुड़ी हुई है, वहीं वृक्ष सांस्कृतिक और पौराणिक महत्व में भी पीछे नहीं है। झींजर ने कहा कि हमें अपने जन्मदिन, शादी की सालगिरह आदि पर एक पौधा जरूर लगाना चाहिए। स्कूल में जूनियर विद्यार्थियों को फल एवं छायादार पौधे भी वितरित किए। स्कूल के इंचार्ज प्रधानाचार्य श्याम लाल ने कहा कि पर्यावरण संतुलन के लिए पेड़ पौधों का संरक्षण आज के समय की अहम जरूरत है।
उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों को पर्यावरण सुरक्षा और पौधारोपण के महत्व बारे विस्तृत जानकारी दी। प्राध्यापक चंद्रभान वर्मा और विजय ठाकुर ने कहा कि जिस पौधे से हमें सांस लेने को आक्सीजन मिलती हो भला उसके उपकार को हम कैसे भुला सकते हैं। ठाकुर ने कहा कि हाल ही में हमने आक्सीजन की कमी के कारण बहुत सारे लोगों को महामारी से जीवन की अंतिम लड़ाई से लड़ते हुए देखा है। स्कूल की मौलिक मुख्य अध्यापिका नवनीत बाला ने कहा कि पौधारोपण से ही वातावरण में बढ़ते प्रदूषण को कम किया जा सकता है। नवनीत बाला ने कहा कि पर्यावरण संतुलन के बिगडने से ही हमारा जीवन चुनौतियों एवं मुसीबतों का पिटारा बन गया है। उन्होंने कहा कि पौधारोपण के लिए बच्चों को ज्यादा जागरूक करने की जरूरत है जिस प्रकार बच्चे देश का भविष्य है तो भविष्य का जीवन पौधे ही हैं। इस अवसर पर काउंसलर अध्यापक तरनजीत कौर, प्रोमिला, अमिता रानी, मनजीत कौर, आशा रानी, उर्मिला देवी, जितेंद्र सिंह, बलकार सिंह, धर्म सिंह, उषा रानी, राहुल कुमार सहित सभी अध्यापक उपस्थित थे।