Kaithal News : आदित्य सुरजेवाला व रणदीप सुरजेवाला ने किया अनाज मंडी का दौरा

0
106
Randeep Surjewala and Aditya Surjewala visited the grain market
कैथल अनाज मंडी में धान का निरीक्षण करते हुए व पत्रकारों को संबोधित करते हुए सांसद रणदीप सुरजेवाला व विधायक आदित्य सुरजेवाला। 

(Kaithal News) कैथल। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस महासचिव एवं सांसद रणदीप सुरजेवाला व कैथल से विधायक आदित्य सुरजेवाला ने नई अनाज मंडी में प्रेसवार्ता क़ो सम्बोधित किया। सुरजेवाला ने भाजपा सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि कैथल व हरियाणा का किसान-आढ़ती-मजदूर धान खरीदी में धांधली, कुप्रबंधन व बेकायदगी से उत्पीडि़त है।

सुरजेवाला ने कहा कि यही नहीं 1509 किस्म का सुपीरियर क्वालिटी का धान भी पूरी तरह से पिट गया है तथा किसान को पिछले साल के मुकाबले में ₹500-₹600 प्रति क्विंटल की चपत लग रही है।

भाजपा सरकार की धांधली-कुप्रबंधन-बेकायदगी देखें

पीआर धान रूस्क्क से ₹150/₹200 प्रति क्विंटल कम में बिक रहा। बीजेपी सरकार ने इसी चुनाव में किसान से वादा किया था कि पीआर धान की खरीद ₹3100 प्रति क्विंटल पर करेगी। सच्चाई यह है कि कैथल सहित पूरे हरियाणा में किसान ने मजबूरन पीआर धान ₹2100/₹2200 प्रति क्विंटल पर अब तक बेचा है। हरियाणा के कुल धान उत्पादन की 50त्न से ज्यादा खरीद हो चुकी। सबसे ज्यादा नुकसान ‘मोटी परमल’ किस्म में हुआ है। किसान हताश है, आढ़ती मजबूर है, व मजदूर बेज़ार है। भाजपा सरकार चैन की बंसी बजा रही है और किसान, आढ़ती और मजदूर लुट-पिट रहा है। यह सब जानबूझकर खरीद की बदइंतजामी व धांधली के चलते हुआ है।

क्या नायब सैनी व भाजपा सरकार बताएगी कि क्या हरियाणा के पीआर उत्पादक किसान को बिक्री फार्म के आधार पर ₹3100 प्रति क्विंटल की कीमत देंगे? या फिर ₹3100 प्रति क्विंटल धान की कीमत देने का वादा मात्र लोगों को बेवकूफ बनाकर वोट बटोरने का एक जुमला था? क्या भाजपा सरकार बताएगी कि किसान का जो धान ₹2100/₹2200 प्रति क्विंटल बिका है, उसकी रूस्क्क की ₹2320 प्रति क्विंटल की कीमत पूरी करने हेतु बाकी की राशि की भरपाई सरकार किसान के बैंक खाते में करेगी? 10 दिन या उससे अधिक तक मंडी से धान का उठान नहीं और न ही किसान को भुगतान हो रहा व आढ़ती को आढ़त मिल रही।

कैथल, ढांड, पुंडरी, अनाज मंडियाँ धान से अटी पड़ी हैं, पर भाजपा सरकार धान खरीदी व उठान में पूरी तरह से फेल साबित हुई है। किसानों व आढ़तियों को राम भरोसे छोड़ दिया गया है। कैथल अनाज मंडी में दस दिन से उठान नहीं हुआ। मजबूरी में आज रविवार को धान की खरीद बंद करनी पड़ी। यही हाल ढांड, पुंडरी व अन्य अनाज मंडियों का भी है। जब तक उठान नहीं होगा और फसल मंडी से बाहर नहीं जाएगी, तब तक गेट पास जारी नहीं होगा और न ही किसान का भुगतान होगा और न ही आढ़ती को उसकी आढ़त मिलेगी।

किसान और आढ़ती त्राहिमाम हैं तथा भाजपा सरकार जश्न मना रही है। आढ़ती पर पड़ रही एक तरफ पिछले सीजऩ की कटौती की मार, और दूसरी तरफ आढ़त कम करने की हाहाकार पिछले सीजऩ की कटौती की रिकवरी पूरे हरियाणा में लगभग ₹150 करोड़ से अधिक है, तो आढ़ती की दामी से काट ली गई है। अकेले कैथल में आढ़तियों से ₹14 करोड़ की वसूली की गई है। ऊपर से आढ़तियों पर दोहरी मार मारते हुए 2.5त्न की आढ़त को ₹45/₹46 प्रति क्विंटल कर दिया गया। सवाल यह है कि आढ़ती अपना व्यवसाय कैसे कर पाएगा।

हमारी मांग है कि भाजपा सरकार अपनी कुंभकर्णी नींद से जागे व पहली प्राथमिकता पर ₹3100/क्विंटल की धान की कीमत किसान को अदा करे, ₹2320 के रूस्क्क से कम बिके धान पर भी ₹3100 प्रति क्विंटल धान की कीमत दे, हर काम छोडक़र सबसे पहले मंडियों से धान की फसल का उठान हो तथा मंडी के आढ़तियों की आढ़त फौरन 2.5त्न की जाए। भाजपा जान ले कि चुनाव जीतने का मतलब किसान,

इस अवसर सुदीप सुरजेवाला, मंडी के नई पूर्व प्रधान अश्विनी शोरेवाला, नगर परिषद पूर्व प्रधान रामनिवास मित्तल, अनाज मंडी के पूर्व प्रधान सुरेश गर्ग चौधरी, राईस मिल एसोसिएशन के जिला प्रधान सचिन मित्तल, दीप चन्द गर्ग, अतिरिक्त अनाज मंडी के प्रधान सोहन ढुल, मुकेश जैन, प्रयागराज बालू, विकास बरटा, नवीन करोड़ा, श्रवण क्योडक़, कुशलपाल ढुल, सुभाष कैलरम, पार्षद अनिल खुरानिया, मुनीश सिक्का, गौरव मित्तल थुआ, शमशेर कठवाड़, देशराज नरड़, शमशेर मित्तल, राजपाल चहल, राजकिशन मित्तल, धर्मपाल जिंदल, तरसेम गोयल, बिरभान जैन, जयकिशन मान, सुभाष बैनीवाल, सुरजीत श्योरान सहित अन्य किसान मजदूर व आढ़ती साथी मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें: Kurukshetra News : लाडवा के सम्पूर्ण विकास हेतु एकजुट होकर करेंगे कार्य: नवीन जिंदल