Kaithal News : अपने चांद के दीदार और लंबी उम्र के लिए सुहागिनों ने रखा करवा चौथ का व्रत

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सेक्टर 20 हुडडा पार्क की महिलाएं पूर्जा अर्चना करने के पश्चात अपने हाथों पर लगी मंहदी दिखाते हुए व प्रतियोगिता में भाग लेते हुए।
  • नव नवेली दुल्हनों की तरह किया सुहागिनों ने साज श्रृंगार

(Kaithal News) कैथल। भारत देश वैसे तो पर्वों का देश है। आए दिन यहां पर कोई न कोई पर्व बडी ही धूमधाम के साथ मनाए जाते हैं। ये पर्व जहां हमारे देश की खुशहाली को दर्शाते हैं तो वहीं दूसरी तरफ हमारे समाज में आपनी भाईचारे और प्रेम भाव का बढ़ाने का भी प्रतीक माने जाते हैं। उन्हीं में से एक पर्व है करवा चौथ का व्रत। इस दिन समूचे भारत देश की सुहागिन महिलाएं अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए न सिर्फ निर्जंल रहकर अपने पति की लंबी उम्र की भगवान से प्रार्थना करती हैं अपितु सौलह श्रंृगार करके नव नवेली दुल्हन की तरह से सजती संवरती हैं।

भारत देश की महिलाओं का सबसे प्रमुख त्यौहार अगर कोई है तो वह करवा चौथ का व्रत होता है। इस दिन का महिलाओं को बहुत ही बेसब्री से इंतजार रहता है। क्योंकि उसका मुख्य कारण यह भी होता है कि इस दिन महिलाएं जितना साज श्रंृग़ार करती है उतना तो वे शायद शादी समारोह के अवसरों पर भी नहीं करतीं। अपने हाथों और पावों पर सुंदर सुंदर मेंहदी लगवाने के लिए घंटों अपनी बारी की प्रतीक्षा करती हैं और अपने सुहाग के नाम की मंहदी अपने हाथों पर लगवाती हैं।

पौ फटते ही करती हैं सरगी

करवा चौद के दिन सुबह पौ फटने से पूर्व तारों की छांव में सुहागिन महिलाएं तैयार होकर सरगी की रस्म अदा करती हैं। जिसके तहत वे प्रात काल ही फलाहार लेती हैं या फिर उन्हें जो खाना होता है वो खा लेती हैं। उसके पश्वात अपने घर में बुजुर्ग महिलाओं खासकर अपनी सासु मां को सरगी का सामान देती हैं। जिसके बदले उनकी सासु मांं उन्हें दुर्घायु का आर्शीवाद देती हैं और उन्हें सदा सुहागिन रहने का भी आर्शीवाद देती हैं। सुहागिन महिलाएं अपनी सास को भांति भांति प्रकार के व्यंजन सरगी के रूप में देती हैं और सास अपनी बहू को अपनी इच्छा अनुसार उपहार या अन्य कोई भेंट प्रेम स्वरूप देती है। जिससे सास बहू में आपसी प्रेम और भाईचारा बढ़ता है और आपसी रिश्ते मजबूत होते हैं।

शाम के समय महिलाएं करवा चौथ की कथा सुनती हैं और अपनी अपनी थाली का आदान प्रदान आपस में करती हैं

इस अवसर पर कई महिलाएं ग्रुप बनाकर एक जगह पर एकत्रित होती हैं और पूजा अराधना करके अपने पति की लंबी आयु की कामना करती हैं। फिर देर सांय सूर्यास्त के पश्चात रात्रि को चांद का दीदार करके अपने चांद को निहारने के पश्चात चंद्रमा को अर्घ देकर अपना व्रत खोलती हैं और अपनी सुहाग का आशीर्वाद ग्रहण करती हैं। पति अपनी पत्नि को सदा सुहागिन होने का आर्शीवाद देते हैं और अपनी पत्नी को पानी पिलाकर उनका व्रत खुलवाते हैं।

आज यहां सेक्टर 20 हुड्डा के पार्क में स्थानीय महिलाओं ने करवा चौथ की पूजा अर्चना की और अपने हाथों पर रची मंहदी का प्रदर्शन किया

महिलाओं में कई प्रकार की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई। जिसमें सुंदर मेंहदी, सुंदर केश सज्जा, सुंंदर वेश भूषा और साडी बाधंने प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें समूचे ब्लॉक की महिलाओं ने बडृ चढ़ कर हिस्सा लिया और खूशी में झूमते हुए करवा चौथ का व्रत रखा।

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