Aaj Samaj (आज समाज), Kaithal News, मनोज वर्मा,कैथल:
हरियाणा के नूंह जिले व आसपास के क्षेत्र में हुए साम्प्रदायिक दंगों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मदनी मदरसा कैथल के संचालक मौलाना सैईदूर रहमान ने कहा कि देश में दंगे के दौरान किसी जाति, धर्म, मजहब और देश के फायदे की बात नहीं होती।
कहा : हिंसा की आग धर्म और मजहब नहीं देखती, चपेट में आती है इंसानियत
मुलाना ने नूंह हिंसा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जिस तरह की घटनाएं नूंह और गुरुग्राम में हुई है, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। साम्प्रदायिक हिंसा कहीं भी हो उससे किसी भी समुदाय का भला नहीं होता, इसका सबसे बड़ा नुकसान आमजन को होता है। हिंसा की आग धर्म व मजहब नहीं देखती, इसकी चपेट में इंसानियत आती है।
इस हिंसा की चपेट में जिस व्यक्ति का घर आता है उससे पूछो धर्म क्या होता है। वह बताएगा। उन्होंने कहा कि चंद लोग भारत देश की गंगा जमुनी तहजीब को खराब करने के लिए युवाओं को अंधकार में धकेल रहे हैं। हमारे देश के युवाओं को सरकार पर भरोसा रखना चाहिए और धर्म के नाम पर उनके भविष्य से खिलवाड़ करने वालों से सवाल करना चाहिए व हमेशा सावधान रहना चाहिए। मौलाना ने कहा कि युवाओं को समझना होगा कि देश से बड़ा कोई धर्म नही है और देश सेवा से बड़ा न कोई फ़र्ज़ है।
उन्होंने कहा कि देश में अमन, शांति, आपसी भाईचारा बनाये रखना भी देशभक्ति है। स्वत्रंता दिवस का ये पाक महीना सभी भारतवासियों के जश्न मनाने का है ना कि आपस मे लड़ने का। मौलाना ने सभी से शांति बनाए रखने और प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील की है।
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