कैथल। मामूली कहासुनी के चलते एक युवक की पेचकस मारकर हत्या करने के मामले की जांच डीएसपी गुरविंद्र सिंह द्वारा करते हुए फतेहपुर निवासी 14,16 व 16 वर्षीय 3 नाबालिगों को निरुद्ध मामला दर्ज किया गया। फतेहपुर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 11वीं कक्षा में पढऩे वाले छात्र प्रिंस ने मरने से पूर्व पुलिस को बयान दिया था कि 30 अगस्त को वह रोजाना की तरह स्कूल गया था। स्कूल की दूसरी घंटी के बाद वह क्लास इंचार्ज से पूछकर अपने दोस्त सागर के साथ गांव टयोंठा में अपने दोस्त सागर के फुटबॉल मैच के संबंध में कागज देने के लिए गए थे। कागज देने के बाद जब वे वापस स्कूल आ रहे थे तो माता मनसा देवी मंदिर फतेहपुर के थोड़ा पीछे रास्ते में फतेहपुर निवासी 2 नाबालिग, जो उनके स्कूल में ही पढ़ते हैं, मिल गए। उनमें से एक ने उसे कहा कि मुझे क्यों घूर रहा है। उसने समझाया भी कि वह उसे नहीं घूर रहा है। इसके बाद वह और दोस्त चुपचाप स्कूल आ गए। स्कूल की छुट्टी होने के बाद जब घर जा रहे थे तो देवी मंदिर के पास उक्त दोनो युवको ने उसका रास्ता रोका। एक ने अपने हाथ में लिए हुए पेचकस से उस पर कई वार किए। इसके बाद दुसरे युवक ने लात व घूंसों से मारा और जान से मारने की धमकी देकर मौके से फरार हो गए। झगड़े में वह गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजन उसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल कैथल लेकर गए, जहां से उसको कल्पना चावला हॉस्पिटल करनाल रैफर कर दिया गया। गंभीर हालत को देखते हुए वहां से चंडीगढ़ पी.जी.आई. रेफर कर दिया गया। वहां इलाज के दौरान रविवार रात प्रिंस की मृत्यु हो गई। जिस बारे थाना पूंडरी में मामला दर्ज किया गया था। प्रवक्ता ने बताया कि 2 नाबालिग उक्त वारदात में शामिल थे तथा तीसरे नाबालिग द्वारा वारदात में प्रयुक्त पेचकस उपलब्ध करवाया गया था। वारदात में प्रयुक्त पेचकस बरामद कर लिया गया। तीनो नाबालिग न्यायालय के आदेशानुसार बाल सुधार गृह मधुबन भेज दिए गए।