मनोज वर्मा, कैथल :
हमारे देश की पहचान सदियों से परमार्थी लोगों के रूप मे रही है। सहयोग की भावना के साथ मनुष्य अपनों के साथ साथ दूसरों के दुख और दर्द में हमेशा चार कदम आगे रहा है। हमारे धर्म ग्रंथों में भी परमार्थ को मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म बताया है। लेकिन आए दिन समाज ने अनेक कारणों से आपसी एकता और भाईचारे की कमी को महसूस किया है। यह विचार भारतीय रेडक्रास सोसाइटी के आजीवन सदस्य एवं जिला काउंसलर प्राध्यापक राजा झींंजर ने बागड़ी लोहार बस्ती में लोगों को एकजुटता का संदेश देते हुए कहे। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति के जीवन का लक्ष्य परमार्थ होना चाहिए। ताकि वह जन सहयोग और सेवा से मानव धर्म निभा सके। झींंजर ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं एवं विकट परिस्थितियों में भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी ने हमेशा मसीहा बनकर जरूरतमंदों की सेवा की है।
जहां कोविड-19 वैश्विक महामारी के दो दौर ने मनुष्य की कमर तोड़ कर रख दी है, वहीं मनुष्य ने इस विकट परिस्थिति में कभी हार नहीं मानी। उन्होंने कहा कि तीसरे दौर की पूर्व तैयारी केवल कोविड-19 टीकाकरण से ही संभव है। झींजर ने कहा कि हर व्यक्ति शंकाओं और अफवाहों से दूर रहकर टीकाकरण को प्राथमिकता दे। इस अवसर पर भारतीय रेडक्रास सोसाइटी के वालंटियर डाक्टर सुशीला शर्मा तथा राजू कलर माजरा ने बस्ती वासियों को कोरोना वायरस से लड़ने के लिए मजबूत इरादे की बात कही। उन्होंने कहा कि जागरूकता और जानकारी से ही बड़ी से बड़ी मुसीबत को हराया जा सकता है। हेल्थ चेकअप मुहिम के तहत लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर आवश्यक दवाइयां तथा बच्चों को फल वितरित किए। कार्यक्रम में 110 लोगों को फेस मास्क, सैनिटाइजर, साबुन इत्यादि बांटी गई। इस अवसर पर राजबाला, सुनहरी, कलमी राम, जीतराम, संतरो, बदामो देवी, मनु राम, कस्तूरी देवी, अंगूरी, बाला, रानी देवी, सुनीता, पिंकी, सुनहरा इत्यादि बस्ती वासी उपस्थित थे।