कैथल: पूर्व मंत्री जय प्रकाश ने साधा दुष्यंत और चौटाला पर निशाना

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मनोज वर्मा, कैथल:
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कलायत हलका के पूर्व विधायक जयप्रकाश शनिवार शाम को अचानक नगर परिषद चेयरमैन के भावी उक्वमीदवार  रिम्पी  बंसल के प्रतिनिधि रामकुमार बंसल के निवास स्थान पर पहुंचे। नगर परिषद चेयरमैन चुनाव की सरगर्मियां भी जोर पकड़ रही हैं ऐसे में लगातार कैथल नगर परिषद सीट महिला आरक्षित होने के चलते रामकुमार बंसल अपनी पत्नी के लिए कांग्रेस की टिकट मांग रहे हैं। ऐसे में जयप्रकाश का उनके निवास स्थान पर अचानक दौरा करना राजनीति में हलचल बढ़ाने वाला है। यहां उनके निवास पर पत्रकारोंं से बातचीत करते हुए जयप्रकाश से जब रामकुमार बंसल के घर अचानक आने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जहां से मैं राजनीति करता था, उस समय भी रामकुमार मेरे साथ राजनीति करता था। रामकुमार के साथ मेरे पुराने सामाजिक रिश्ते हैं। अभी नगर परिषद चेयरमैन चुनाव में काफी समय है। जब टिकट का समय आएगा तब उस पर चर्चा की जाएगी।

कांग्रेस यूथ चुनाव कांग्रेस पार्टी का चुनाव है। मेरा बेटा इसमें चुनाव लड़ रहा है। यह बच्चों का चुनाव है। जिसको इलाके की जनता चाहेगी उसी का चुनाव किया जाएगा। यह यूथ चुनाव है 18 से 35 वर्ष के युथ ही इस चुनाव में वोट डाल रहे हैं। कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है। कुमारी शैलजा को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने की चचार्ओं पर विराम लगाते हुए जयप्रकाश ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा प्रतिपक्ष नेता है। कुमारी शैलजा को हटाने की कोई मंशा नहीं है। कांग्रेस में लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुसार हर किसी को अपनी बात कहने का अधिकार है। केंद्रीय मंत्रीमंडल के विस्तार पर जयप्रकाश ने चुटकी ली की बीरेंद्र सिंह ने बड़ा प्रयास किया लेकिन उन्हें माइनस में कर दिया। कांग्रेस का राज होता तो यह कह जाता कि बीरेंद्र सिंह को भूपेंद्र हुड्डा ने बनने नहीं दिया। दुष्यंत चौटाला के सवाल पर जयप्रकाश ने कहा कि दुष्यंत चौटाला पर चर्चा नहीं करनी चाहिए। वो इस काबिल नहीं है। दुष्यंत चौटाला को यह नहीं पता कि एमएसपी गारंटी कौन देता है।

दुष्यंत चौटाला से ठग और धोखेबाज कोई नहीं है। किसान धरने पर बैठे हैं इसके पिता जेल में बंद है उसकी पैरोल के लिए प्रधानमंत्री के पास मिलने जाता है परंतु जो किसान धूप में बैठे हैं उनके लिए आज तक प्रधानमंत्री से मिलने नहींं गया। दुष्यंत चौटाला रिजेञ्चिटव, नेगलेटिव व्यञ्चित है। ओमप्रकाश चौटाला की रिहाई पर जयप्रकाश ने चुटकी ली कि चौटाला ने कौन सा भगत सिंह की तरह काम किया है। आपराधिक मामले में जेल काटकर आए हैं। ओमप्रकाश चौटाला को किसान के पक्ष की बात कहने का अधिकार नहींं है। चौटाला ने स्वयं 9 किसानों को मारा था। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से ओमप्रकाश चौटाला के दोनों बेटे सरकार का समर्थन कर रहे हैं। किसान आंदोलन को कांग्रेस से जोड?े पर जेपी ने कहा कि विनाशकाले विपरीत बुद्घि। किसान तो किसी भी पार्टी का हो सकता है। पार्टी किसी किसान की नहीं होती। किसान किसी पार्टी के बैनर के नीचे संघर्ष नहीं कर रहें। इस अवसर पर पदम लटकानिया, सोनू बंसल, यश कुर्रा, सलेडा बालू, नरेंद्र मितल,  रिम्पी  बंसल, प्रवीण गर्ग, नितिश बंसल, अरुण, रमेश, शमशेर सिंह खुराना, गोलू खुरानिया, प्रीति बंसल, विशाल अहलावत, शुभम सैनी, शिवम पंडत आदि भी मौजूद थे।