Kaithal Civil Hospital : कैथल के नागरिक अस्पताल में सीटी स्कैन के नाम पर मरीजों से हो रहा खिलवाड़

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मरीज की फीस की रसीद
मरीज की फीस की रसीद
  • 15 घंटे बाद मिली मरीज की सीटी स्कैन की रिपोर्ट
  • सीटी स्कैन 18 नवंबर रात 9:30 बजे, रिपोर्ट मिली 19 नवंबर 2:31 बजे, ऐसे में कैसे होगा ईलाज, प्रति मरीज वसूल रहे 3500 रुपये, यदि रिपोर्ट ही समय पर नहीं तो फिर फीस कैसी?

Aaj Samaj (आज समाज), Kaithal Civil Hospital, मनोज वर्मा, कैथल:
कैथल के नागरिक अस्पताल में सीटी स्कैन के नाम पर 3500 रुपये वसूलते हुए मरीजों के साथ सरेआम खिलवाड़ का मामला सामने आया है। अस्पताल द्वारा सीटी स्कैन की रिपोर्ट 16 घंटे बाद उपलब्ध करवाई गई। रिपोर्ट के न आने तक चिकित्सकों द्वारा मरीज को नाममात्र दर्द की गोली देकर वहां से चलता कर दिया। मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए उसे एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।

ऐसे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की जनता को बेहतर इलाज की योजना किस कदर तक मरीजों को मिल रही है यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव ढांड के विक्रम नामक 18 वर्षीय युवक को कुछ शरारती तत्वों ने शुक्रवार सायं चोट मार दी। उसके सिर पर काफी खून बह रहा था तथा पेट में भी दर्द था। ऐसा आभास हो रहा था कि मानो उसके अंदरूनी चोट लगी हो।

उसे वहां से कौल के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। वहां उसे प्राथमिक अस्पताल कैथल रेफर कर दिया गया। रात करीब 8 बजे विक्रम को कैथल के नागरिक अस्पताल लाया गया। वहां उस समय मौके पर आपातकाल में डा. नवीन डयूटी पर थे। डाक्टर ने उसे मात्र एक दर्द का इंजेक्शन देते हुए कहा कि पहले इसकी सीटी स्कैन करवाएं बाद में उपचार होगा। उसे स्ट्रक्चर पर सीटी स्कैन रूम ले जाया गया। वहां पर 3500 रुपये की फीस की मांग की गई। इस पर मरीज के सहायक द्वारा फीस जमा करवा दी गई। करीब एक घंटा इंतजार के बाद उसका सीटी स्कैन किया गया।

सीटी स्कैन के उपरांत सीटी स्कैन रूम से उसकी तीन फिल्म तो मुहैया करवा दी गई लेकिन रिपोर्ट नहीं दी। इसके बाद जब डा. नवीन के पास गए थे तो उन्होंने सीटी स्कैन की फिल्म देखते हुए कहा कि इसमें कुछ गंभीर नजर नहीं आता। बिना सीटी स्कैन की रिपोर्ट के वे दाखिल नहीं कर सकते तथा आप इसे घर ले जाइए। इसके बाद विक्रम का भाई हुसन सिंह फिर से डाक्टर व सहायक के पास गया तो उसे बताया गया कि आप इसकी फिल्म लेकर करनाल के सरकारी अस्पताल चले जाएं। यहां रेडियोलोजिस्ट नहीं है। इसलिए रिपोर्ट करनाल के अस्पताल से चिकित्सक तैयार करेंगे।

बिना रेफर कैसी रिपोर्ट

रविवार को मरीज को लेकर करनाल अस्पताल गए तो वहां के चिकित्सकों ने यह कहते हुए मरीज व सहायकों को बाहर का रास्ता दिखा दिया कि मरीज को यहां रेफर नहीं किया गया है। नागरिक अस्पताल के चिकित्सक व सहायक सीटी स्कैन वालों से मिलीभगत कर मरीजों को कथित रूप से गुमराह करने का काम रहे हैं। जब रिपोर्ट 12 से 15 घंटे बाद देनी है तो फिर सीटी स्कैन के 3500 रुपये किस बात के।

सीएम और स्वास्थ्य मंत्री को भेजी शिकायत

विक्रम के परिजनों ने बताया कि उन्हें नागरिक अस्पताल के चिकित्सक व सहायकों द्वारा जानबूझकर गुमराह किया गया है। ऐसे वे अकेले नहीं हैं जो रात को आपातकाल में आने वाले अधिकतर मरीजों के साथ ऐसा ही किया जा रहा है। उन्होंने इसकी शिकायत सीएम कार्यालय तथा स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को भी की है।

करवाएंगे जाचं : सचिन कुमार

अस्पताल के प्रधान चिकित्सा अधिकारी सचिन कुमार ने बताया कि सीटी स्कैन पैनल के माध्यम से किया जा रहा है। सीटी स्कैन की रिपोर्ट में इतनी देरी तथा मरीज के साथ व्यवहार सही नहीं है। वे सोमवार को इसकी जांच करवाएंगे। जांच रिपोर्ट अनुसार आगामी कार्रवाई की जाएगी।

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