मनोज वर्मा, कैथल:
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर द्वारा संचालित संस्था आर्ट ऑफ लिविंग की और से गान एवं ज्ञान जैसे दिव्य रत्नों से सुसज्जित सर्वजन मंगलकामना हेतू राष्ट्रव्यापी ऑनलाइन दिव्य भजन संध्या आयोजित की गई। जानकारी देते हुए आचार्या ने बताया कि गत सायंकाल कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन संग गुरुपूजा के पश्चात् गणेश वन्दना वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकायेर्षु सर्वदा गाकर किया गया। तत्पश्चात् कलात्मक संगीत से सुसज्जित गुरु-चरणों में समर्पित भजन अजो अनन्ताय नित्याय शुद्धाय सचिदानंद आनंद गुरु ॐ” की मनमोहक गूंज से सम्पूर्ण वातावरण अध्यात्मिकता की पवित्र खुशबू से महक उठा।
मधुर वाणी में गाए गए ह्रदय-स्पर्शी भजन देना है तो दीजिए जन्म जन्म का साथ ने सभी साधकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। गाए गए भावपूर्ण भजन जय जय राधा रमण हरि बोल ने सभी साधकों को दिव्यानन्द की सुखद अनुभूति कराई। सभी साधकों द्वारा सेवा, साधना तथा सत्संग को अपने दुर्लभ मानव जीवन का अभिन्न अंग बनाते हुए आध्यात्मिक पथ पर आरुढ़ रहने का संकल्प व्यक्त किया गया। कमल कांत गांधी ने उपरोक्त जानकारी देते हुए पत्रकारों को बातया कि आत्मिक सुकून के लिए लाग बढ चढ कर इस शिविर में भाग लेते हैं और आंनद की अनुभूति प्राप्त करते हैं।