काबुल : यहां दी जाएगी चोरों और समलैंगिकों को भयानक सजा

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बेहद डरावना होगा तालिबानी राज, जज ने किया खुलासा
आज समाज डिजिटल
काबुल। तालिबान के एक जज ने इसकी एक भयानक झलक दी है कि इस्लामी ग्रुप के तहत जीवन कैसा होगा और देश पर उनका नियंत्रण वापस आने पर अफगानियों का भविष्य कैसा रहेगा। 38 साल के गुल रहीम ने मध्य अफगानिस्तान में अपने तालिबान नियंत्रित जिले में चोरों के हाथ और पैर काटने, महिलाओं को घर से निकलने के लिए परमिट जारी करने और समलैंगिक पुरुषों पर दीवार गिराने की बात कही। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिका के जाने के बाद तालिबान फिर से नियंत्रण कर सकता है और उनका उद्देश्य पूरे देश में शरिया कानून की सजा को लागू करना है। वो कहते हैं कि यह हमारा लक्ष्य था और हमेशा रहेगा। तालिबान का दावा है कि उन्होंने पहले ही अफगानिस्तान के 80 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा कर लिया है क्योंकि नाटो ने देश से अपनी सेना वापस ले ली है।

रहीम ने जर्मन अखबार बिल्ड के साथ एक साक्षात्कार में मध्य अफगान प्रांत के करीब एक रिपोर्टर से बात करते हुए न्याय की अपनी दृष्टि का खुलासा किया। एक हालिया मामले के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति ने एक घर से एक अंगूठी चुरा ली थी, इसलिए उसने आदेश दिया कि उसका हाथ काट दिया जाए। उन्होंने कहा कि मैंने अंगूठी के मालिक से पूछा कि क्या चोर का पैर काट दिया जाए क्योंकि उसने न केवल अंगूठी चुराई बल्कि तोड़ दी, जिसका मतलब है कि उसने दो अपराध किए हैं। लेकिन घर का मालिक मान गया कि सिर्फ हाथ काटा जाएगा। हाल ही में एक अन्य फैसले में उन्होंने आदेश दिया कि अपहरण और तस्करी करने वाले लोगों को फांसी दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अपराध के आधार पर हम उंगलियों से शुरू कर सकते हैं। बदतर अपराधों के लिए हम कलाई, कोहनी या ऊपरी बांह काट देते हैं। सबसे बड़े अपराधों के लिए पत्थर मारकर या फांसी से मौत ही एकमात्र विकल्प है।