Jumping rope exercise : जानिए रस्सी कूदने से फायदे

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Jumping rope exercise

Jumping rope exercise:  दिनों दिन बढ़ रहा वायु प्रदूषण फेफड़ों की कार्यक्षमता को प्रभावित कर रहा है। इससे ब्लड को ऑक्सीजन पहुंचाने से लेकर सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया की गति धीमी होने लगती है। अक्सर सांस संबधी समस्याओं को हल करने और लंग के कार्य को सुचारू बनाए रखने के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ की मदद ली जाती है। मगर जंपिग रोप से भी फेफड़ों के स्वास्थ्य को हेल्दी बनाया जा सकता है। छोटी उम्र से ही रस्सी कूदने का अभ्यास किया जाता है। मगर समय की कमी इन खेलों को हमसे दूर कर देती है।

जानें रस्सी कूद एक्सरसाइज़

फेफड़ों की सेहत का ख्याल रखने के लिए रस्सीकूद बेहद फायदेमंद है। उनके अनुसार रस्सी कूद एक ऐसी एक्सरसाइज है, जिसे खेल की तरह बच्चे अक्सर खेला करते हैं। इससे न केवल सांस लेने की क्षमता में सुधार आता है बल्कि हृदय संबधी समस्याओं का खतरा कम होने लगता है। इसके नियमित अभ्यास से ब्रेन हेल्थ बूस्ट होती है और शरीर में ऑक्सीजन का फ्लो बना रहता है।

जंपिंग रोप की मदद से ब्लड से कार्बन डाइऑक्साइड को हटाने और इनहेल व एगजे़ल में मदद मिलती है। दरअसल, फेफड़े की कैपेसिटी को ऑक्सीजन की मात्रा की मदद से मापा जाता है। रस्सी कूदने से फेफड़े की क्षमता में सुधार के साथ फंक्शनिंग भी बढ़ जाती है।

रस्सी कूद से स्वास्थ्य को मिलने वाले फायदे

1. फेफड़ों के लिए कारगर

जर्नल ऑफ फिज़िकल थेरेपी साइंस के अनुसार लगातार रस्सी कूदने से हार्ट रेट बढ़ता है, जिससे फेफड़ों की क्षमता में भी सुधार नज़र आने लगता है। रस्सी कूदने के दौरान फेफड़ों को ज्यादा ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। इससे सांस न ले पाने की समस्या और सांस फूलने से छुटकारा मिल जाता है। दिनभर 10 मिनट 3 बार रस्सी कूदने से सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया में सुधार आने लगता है।

2. दिल की सेहत का रखता है ख्याल

रस्सी.कूद को बेस्ट कार्डियो एक्सरसाइज माना जाता है। यह दिल की बीमारियों और हार्ट स्ट्रोक (heart stroke) का खतरा कम करता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और सांसों में भी सुधार होता है। इससे कुल मिलाकर हमारे फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है। इसीलिए यह सांसों से जुड़ी समस्या को कम करने में भी सहायक है।

3. वजन नियंत्रण में भी कारगर

रस्सी.कूद वजन कम करने के भी सबसे कारगर तरीकों में से एक है। अगर इसके साथ डाइट एवं अन्य बातों का ध्यान रखा जाए तो वजन को कम करने में बहुत मदद मिलती है। यह ओवरऑल बॉडी फैट को कम करने वाली एक्सरसाइज है, जिसके लिए किसी महंगी मशीन की जरूरत नहीं पड़ती है। नियमित रूप से रस्सी कूदना वजन नियंत्रण में बहुत मदद कर सकता है।

4. बढ़ती है एकाग्रता

रस्सी कूद दिमाग के लिए भी बहुत काम की एक्सरसाइज है। इससे एकाग्रता बढ़ती है। रस्सी कूदते समय लगातार यह ध्यान रखना होता है कि पैर रस्सी पर न पड़ें। यह प्रक्रिया एकाग्रता बढ़ाती है। इससे हाथ, पैर और दिमाग के बीच सामंजस्य बढ़ता है, जो कि मानसिक स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बहुत अच्छा है। रस्सी कूदना एंजाइटी और डिप्रेशन जैसी समस्याओं से भी बचाने में सक्षम है।

5. बढ़ती है त्वचा की चमक

रक्त संचार सही होने फेफड़े एवं दिल की गतिविधि सुचारु होने से त्वचा की चमक भी बढ़ती है। वैसे तो किसी भी तरह की एक्सरसाइज से चेहरे पर चमक बढ़ जाती है। रस्सी.कूद इस मामले में और भी कारगर है। साथ ही यह हड्डियों को मजबूत बनाने और शरीर में लचीलापन बढ़ाने में भी कारगर है।