Aaj Samaj (आज समाज), JP Nadda, नई दिल्ली: केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश, बाढ़ व भूस्खलन के कारण हुए नुकसान की भरपाई के लिए हर संभव मदद करेगी। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने यह आश्वासन दिया है। इस बीच बारिश से अब भी राहत के आसार नहीं हैं। भारतीय मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में दो दिन के लिए बारिश का आरेंज अलर्ट जारी किया है। देश के करीब 20 राज्यों में मौसम खराब रहने की अभी संभावना है। बता दें कि जेपी नड्डा रविवार को हिमाचल दौरे पर थे और इस दौरान उन्होंने सिरमौर व शिमला में बर्षाजनित हादसों के पीड़ितों के साथ मुलाकात की। नड्डा के साथ केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर व अन्य पार्टी नेता भी थे।
- हिमाचल व उत्तराखंड में बारिश का आरेंज अलर्ट
आपदा की घटनाओं से प्रधानमंत्री भी चिंतित
सिरमौर जिले में पांवटा साहिब उप मंडल के तहत आने वाले सिरमौरी ताल और कच्ची ढांग में बादल फटने से हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद मीडिया से बातचीत में नडडा ने कहा कि आपदा की घटनाओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा और गृह मंत्री भी चिंतित हैं और मैं उनकी तरफ से पीड़ितों से मिलने आया हंू। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, केंद्र सरकार हिमाचल को आर्थिक मदद देने में पीछे न अब तक रही है और न भविष्य में रहेगी। प्रदेश को हर संभव मदद दी जाएगी।
केंद्र के पास रखा जाएगा मुद्दा
नड्डा ने कहा, प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के बाद केंद्र के पास मुद्दा रखा जाएगा। उन्होंने कहा, बादल फटने से प्रभावित परिवारों की दास्तान सुनकर मन बड़ा दुखी है। इस भारी बारिश से प्रदेश का जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। प्रकृति के आगे किसी का जोर नहीं चलता है। जिन परिवारों की क्षति हुई है, उनके प्रति हमारी सहानुभूति है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों की सभी छोटी-बड़ी समस्याओं को पांवटा साहिब में विधायक सुखराम चौधरी तथा नाहन और शिमला में सांसद सुरेश कश्यप और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल हल करवाएंगे। स्थानीय लोगों की जो भी समस्या हैं, उसका मुख्यमंत्री से हल करवाया जाएगा।
मानसून में प्रदेश में 2022 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त
बता दें कि जुलाई में मनाली-कुल्लू व मंडी और पिछले सप्ताह राजधानी शिमला, मंडी, कांगड़ा, सिरमौर व सोलन जिले में बारिश, बाढ़ और भूस्खलन ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है। कई लोगों के घर ढह गए हैं तो कई के मकानों में दरारें आने से लोग दहशत में हैं और वह घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जा रहे हैं। हिमाचल सरकार के ताजा आंकड़ों के अनुसार मानसून की शुरुआत से अब तक राज्य में बर्षाजनित हादसों में 2022 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं और 9615 घरों को हल्का नुकसान हुआ है।
प्रदेश को अब तक 8014.61 करोड़ का नुकसान
सरकार का कहना है कि मानसून के शुरू से अब तक राज्य के विभिन्न इलाकों में अब तक भूस्खलन की 113 घटनाएं हो चुकी हैं। ताजा जानकारी के अनुसार आर्थिक तौर पर प्रदेश को 8014.61 करोड़ का नुकसान हो चुका है। शिमला के समर हिल इलाके में स्थितशिव बावड़ी मंदिर में 14 अगस्त को भूस्खलन हुआ था जिसमें 20-21 लोग दब गए थे। अब तक 17 शव मलबे से निकाले गए हैं और तीन से चार लोग अब भी लापता हैं।
पंजाब के आठ जिलों बाढ़ की चपेट में
हिमाचल प्रदेश में बारिश व नदियों का जलस्तर बढ़ने के बाद डैमों से पानी छोड़ने के चलते पंजाब के आठ जिले-रोपड़, होशियारपुर, कपूरथला, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर और फाजिल्का बाढ़ की चपेट में हैं। इन जिलों के 140 गांव पानी में डूबे हुए हैं। कई जगह बांध टूट गए हैं। वहीं बॉर्डर पर बीएसएफ की चौकियां डूब गई हैं। फाजिल्का और फिरोजपुर के 74 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। शनिवार शाम तरनतारन के घडुंम में धुस्सी बांध टूट गया। फिरोजपुर में बाढ़ के हालात बिगड़ने पर ग्रामीणों में दहशत है।
हरियाणा में मानसून फिर एक्टिव
हरियाणा में फिर मानसून एक्टिव है। राज्य के अधिकांश जिलों में मौसम विभाग ने 22 अगस्त तक बारिश होने की संभावना जताई है। रविवार को अंबाला व आसपास के राज्यों में बारिश हुई। हरियाणा मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने से हवाओं में बदलाव होने के आसार बने हैं। उन्होंने बताया कि पश्चिम से पूर्व की ओर हवा चलने से 22 अगस्त तक प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। इससे तापमान में गिरावट आएगी और लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।
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