JP Nadda: मदर के कन्सीव होने से बच्चा पैदा होने तक वैक्सीनेशन का सरकार रखेगी रिकॉर्ड

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JP Nadda: मदर के कन्सीव होने से बच्चा पैदा होने तक वैक्सीनेशन का सरकार रखेगी रिकॉर्ड
JP Nadda: मदर के कन्सीव होने से बच्चा पैदा होने तक वैक्सीनेशन का सरकार रखेगी रिकॉर्ड

Nadda Gives Details of Health Ministry Works, (आज समाज), नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा है कि सरकार गर्भवती महिलाओं के वैक्सीनेशन पर विशेष फोकस कर रही है और उनके कंसीव यानी गर्भधारण करने के दिन से बच्चा पैदा होने तक विशेष ध्यान रखने के प्लान पर काम चल रहा है।

सरकार के तीसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे

बता दें कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे हों गए हैं और इस अवधि में हुए केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों के कार्यों का लेखा-जोखा सार्वजनिक किया जा रहा है। इसी के तहत जेपी नड्डा ने शुक्रवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के कामों का ब्योरा दिया।

हिसाब यू-विन पोर्टल पर रखने की तैयारी 

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, हम कोशिश कर रहे हैं कि देश में हर वर्ष 2 करोड़ 9 लाख गर्भधारण करने वाली महिलाओं का टीकाकरण किया जाए और  महिलाओं के साथ बच्चों का भी यू-विन पोर्टल (वेबसाइट) पर रिकॉर्ड रखा जाए। उन्होंने कहा, इसमें मदर के गर्भधारण करने से लेकर बच्चा पैदा होने तक वैक्सीनेशन का पूरा हिसाब रखा जाएगा। जेपी नड्डा ने कहा कि इस दौरान बच्चे को लगभग 11 वैक्सीन और मां को 3 टीके लगेंगे। 17 साल तक बच्चे को कुल 27 डोज लगेंगे।

कम उम्र में गर्भवती हो जाती हैं लड़कियां

जेपी नड्डा ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई योजनाओं का भी जिक्र किया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि भारत में हर वर्ष 2 करोड़ 60 लाख बच्चे पैदा होते हैं। वहीं हर साल 2 करोड़ से ज्यादा महिलाएं कंसीव करती हैं। इन आंकड़ों के अनुसार देश में कम उम्र में ही लड़कियां गर्भवती हो जाती हैं।

किशोरावस्था में गर्भधारण से आती हैं कई समस्याएं

स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि किशोरों में गर्भावस्था से जुड़ी मृत्यु दर व बीमारियों को रोकना भी सरकार के लिए जरूरी है। किशोरावस्था में गर्भधारण करने वाली युवतियों को प्यूरपेरल एंडोमेट्राइटिस और एक्लम्पसिया जैसे संक्रमण का खतरा अधिक रहता है। गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों में वेजाइनल डिस्चार्ज, ब्लीडिंग, जी मिचलाना, पीरियड मिस होना, बार-बार टॉयलेट आना, हल्का बुखार ब्रेस्ट में भारीपन होना, और पेट में दर्द शामिल हैं।

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