J&K Flood: रामबन में बादल फटने के बाद आई बाढ़ से 37 घर और 1 मंदिर क्षतिग्रस्त

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J&K Flood: रामबन में बादल फटने के बाद आई बाढ़ से 37 घर और एक मंदिर क्षतिग्रस्त : एसडीएम
  • संपत्ति को काफी नुकसान, जानहानि कोई नहीं : SDM

Ramban Flood Updates, (आज समाज), जम्मू:  जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ से कई घरों, एक मंदिर और वाहनों को नुकसान हुआ है। गूल के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) इम्तियाज अहमद ने बताया किया रविवार को हुई इस घटना में 37 घर और एक मंदिर क्षतिग्रस्त हो गया। प्रशासन ने बताया कि इलाके में बहाली का काम जारी है। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि संपत्ति को काफी नुकसान हुआ है, लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

कई मवेशी भी लापता बताए जा रहे

इम्तियाज अहमद ने कहा कि बाढ़ के बाद कई मवेशी भी लापता बताए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, नुकसान का पूरा आकलन किया जाएगा और सभी आवश्यक सहायता दी जाएगी। पुनर्वास का काम किया जा रहा है और हम दवा और भोजन जैसी सभी आवश्यक चीजें उपलब्ध करा रहे हैं।

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने किया रामबन का दौरा 

जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इससे पहले स्थिति का जायजा लेने और जमीनी हालात का आकलन करने के लिए भूस्खलन प्रभावित रामबन जिले का दौरा किया। रामबन के उपायुक्त और वरिष्ठ नागरिक तथा पुलिस अधिकारी मुख्यमंत्री के साथ थे। मुख्यमंत्री अब्दुल्ला श्रीनगर से सड़क मार्ग से सबसे अधिक प्रभावित गांवों में से एक मरोग पहुंचे।

केला मोड़ तक पहुंचने के लिए कई किमी  पैदल चले सीएम 

जम्मू-कश्मीर के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि अपनी सरकार की गहरी चिंता और प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए मुख्यमंत्री ने केला मोड़ तक पहुंचने के लिए कई किलोमीटर पैदल यात्रा की, जहां बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई थी और तबाही का मंजर देखने को मिला। स्थानीय निवासियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री को नुकसान की मात्रा और चल रहे बचाव एवं राहत कार्यों की प्रगति के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की और आश्वासन दिया कि सरकार इस त्रासदी के पीड़ितों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।

निकासी अभियान जोरों पर : जिला प्रशासन 

जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री को बताया कि निकासी अभियान जोरों पर है। पीडब्ल्यूडी, बीआरओ, आपदा प्रतिक्रिया इकाइयों, पुलिस, स्वयंसेवकों और स्थानीय लोगों की टीमें प्रभावित क्षेत्र में भूस्खलन और पत्थरों को हटाने और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए 24 घंटे काम कर रही हैं। रामबन क्षेत्र में रविवार सुबह भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से व्यापक नुकसान हुआ है। दो मकान ढहने से बघाना गांव में दो बच्चों समेत कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई। लगातार बारिश, ओलावृष्टि और भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग लगातार दूसरे दिन भी बंद रहा।

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