Doda Encounter Update, (आज समाज), जम्मू/नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में हाल ही के दिनों से बड़ी आतंकी वारदातों ने सेना व सुरक्षा एजेंसियों को चिंता में डाल दिया है। आज डोडा में पटनीटॉप के जंगलों में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ चल रही है और इसमें सेना के एक कैप्टन शहीद हो गए हैं। साथ ही 4 आतंकियों के भी मारे जाने की खबर है। पिछले 5 दिन में यह चौथी मुठभेड़ है। सेना ने बताया कि आतंकी मौके पर हथियार छोड़कर भाग गए हैं। घटनास्थल से अमेरिकी एम4 राइफल के अलावा तीन बैग में विस्फोटक भी बरामद किए गए हैं। सैन्य सूत्रों के अनुसार आतंकी अकर क्षेत्र में एक नदी के पास छिपे हैं।
सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख भी ले रहे मीटिंग में हिस्सा
जेएंडके में बढ़ती आतंकी वारदातों को केंद्र सरकार ने गंभीरता से लिया है और रक्ष मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली के साउथ ब्लॉक में बैठक की है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, सेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख ने मीटिंग में हिस्सा लिया।
पिछले सप्ताह इन जगह हुई मुठभेड़
गौरतलब है कि 11 अगस्त को किश्तवाड़ जिले के जंगलों में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच गोलीबारी हुई थी। उसी दिन उधमपुर में बसंतगढ़ के जंगलों में भी सेना व आतंकियों के बीच गोलीबारी हुई थी। इससे पहले 10 अगस्त को अनंतनाग के कोकरनाग में हुई मुठभेड़ में हवलदार दीपक कुमार यादव और लांस नायक प्रवीण शर्मा शहीद हो गए थे। वहीं इस दौरान 3 जवान और 2 नागरिक घायल हुए थे।
स्वतंत्रता दिवस से पहले सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर
कल स्वतंत्रता दिवस है और इसके मद्देनजर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जम्मू में 3000 से अधिक सेना के जवान और बीएसएफ के 2000 जवान तैनात किए गए हैं। वहीं आतंकवाद से निपटने के लिए असम राइफल्स के करीब 1500-2000 जवान भी तैनात किए जा रहे हैं।
सोमवार को आतंकियों के 8 मददगार दबोचे
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में पुलिस ने इसी सोमवार को जैश आतंकी मॉड्यूल 8 ओवर ग्राउंड वर्कर्स गिरफ्तार किए हैं। इन्होेंने 26 जून को डोडा में मारे गए 3 जैश के आतंकियों की मदद की थी। ओवर ग्राउंड वर्कर्स ने आतंकियों को बॉर्डर पार करने के बाद डोडा के जंगल और पहाड़ियों तक पहुंचाने में मदद की थी। साथ ही उन्हें खाना और रहने के लिए जगह भी मुहैया कराई थी।