नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर बातचीत के लिए गुपकार गठबंधन के नेताओंको वार्ता के लिए बुलाया है। गुपकार गठबंधन की नेता और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने वार्ता के पहले पाकिस्तान को भी इसमें शामिल करने की बात कही थी जिसकी आलोचना हो रही थी और उनका विरोध शुरू हो गया है। जम्मू में डोगरा फ्रंट नाम के संगठन से जुड़े लोग महबूबा के खिलाफ सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करने लगे। साथ ही महबूबा मुफ्ती को अपने बयान के लिए जेल मेंडालने की मांग भी की जा रही है। डोगरा फ्रंट के प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘यह आंदोलन महबूबा मुफ्ती के बयान के खिलाफ है, जो उन्होंने गुपकार गठबंधन दलों की मीटिंग के बाद दिया था। महबूबा मुफ्ती नेकहा था कि पाकिस्तान को भी बातचीत मेंशामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान भी एक पार्टी है। बता दें कि गुपकार गठबंधन के नेता और कांग्रेस नेता पीएम केसाथ जम्मू-कश्मीर की वार्ता मेंशामिल होंगे। महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला सहित अन्य न ेता बैठक केलिए दिल्ली पहुंच गए हैं। पीएम मोदी की ओर से जम्मू-कश्मीर के 8 राजनीतिक दलों के 14 नेताओं को बातचीत के लिए आमंत्रित किया गया है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से 5 अगस्त. 2019 को आर्टिकल 370 और 35 ए हटा लिया गा था जिसके बाद पहली बार वहां केनेताओं को बातचीत केलिए बुलाया गया है।