पुलिस गणमान्य लोगों को ढूंढ़ कर जमानत के लिए मनाती रही
मंगलवार देर सायं खोला तहसील का ताला, मुआवजा मिलने और किसानों की रिहाई तक जारी रहेगा धरना
जींद: जुलाना तहसील कार्यालय के गेट के बाहर खराब हुई फसलों का मुआवजा नहीं मिलने पर चौथे दिन वीरवार को भी गेट के बाहर धरना दिया। धरने की अध्यक्षता जुलाना बारहा के प्रधान राजमल लाठर ने की। किसानों के साथ बुधवार को सैंकड़ों की संख्या में महिलाए भी तहसील कार्यालय पहुंची और सरकार और प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी करते हुए रोष प्रकट किया। किसानों को संबोधित करते हुए राजमल जेई ने कहा कि जब तक गिरफ्तार किसानों की रिहाई नही होती और मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक धरना जारी रहेगा। मंगलवार देर सायं धरने पर डीएसपी धर्मबीर खर्ब और तहसीलदार राकेश मलिक धरना दे रहे किसानों के बीच पहुंचे और समाधान का आश्वासन दिया।
जुलाना तहसील में खराब हुई फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर चौथे दिन भी धरना रहा जारी
डीएसपी धर्मबीर खर्ब ने किसानों को कहा कि जल्द ही गिरफ्तार किए गए किसानों को जमानत पर छोड़ा जाएगा और रिहाई के लिए भी जल्द से जल्द प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। तहसीलदार राकेश मलिक ने किसानों को आस्वासन दिया कि शनिवार से किसानों के खातों में मुआवजा मिलना शुरू हो जाएगा। इस पर किसान मान गए और तहसील कार्यालय का गेट का एक ताला खोल दिया। किसानों ने कहा कि जब तक किसानों को मुआवजा नही मिलता और गिरफ्तार किसानों की रिहाई नही होती तब तक तहसील कार्यालय का धरना जारी रहेगा लेकिन ताला खोल दिया गया है। तहसील कार्यालय के किसी कार्य में बाधा नहीं आने दी जाएगी। किसानों और प्रशासन के बीच लगातार गतिरोध बढ़ता ही जा रहा है। गिरफ्तार किसानों ने जमानत लेने से मना कर दिया जिससे प्रशासन के हाथ पांव फू ल गए। प्रशासन और पुलिस के लोग गणमान्य लोगों गिरफ्तार किसानों की जमानत के लिए मनाते रहे।
सरपंच एसोसिएशन ने दिया धरने का समर्थन
जुलाना की तहसील में चल रहे धरने को सरपंच एसोसिएशन ने समर्थन दिया। किसानों को समर्थन देने के लिए सरपंच एसोसिएशन के जिला प्रधान राजेश गोयत तहसील कार्यालय में पहुंचे और किसानों की मांगों का समर्थन किया। राजेश गोयत ने कहा कि सरकार और प्रशासन किसानों के साथ अन्याय कर रही है। मुआवजा किसानों का हक है लेकिन कुछ अधिकारी और सरकार के नेता किसानों को उनके हक से वंचित रखना चाहते हैं। सरपंच एसोसिएशन पूरे प्रदेश भर मेंं किसानों के लिए आंदोलन करेगी और जुलाना के धरने पर भी लोगों की संख्या को बढ़ाने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
धरने पर बढ़ रहा किसानों के बीच आक्रोश
गिरफ्तार किए गए किसानों ने जमानत लेने से मना कर दिया तो प्रशासन के हाथ पांव फूल गए और गणमान्य लोगों को जमानत के लिए प्रशासन के लोग मनाते रहे। गौरतलब है कि तहसील कार्यालय को ताला जडऩे के आरोप में पुलिस ने दस किसानों को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार किसानों की रिहाई की मांग को लेकर किसानों की पंचायतों का दौर पूरे दिन भर जारी रहा। न्यायिक हिरासत में गए किसानों ने जमानत लेने से माना कर दिया तो प्रशासन की मुश्किलें और बढ़ गई तो पुलिस गणमान्य लोगों को ढूंढ़ कर जमानत के लिए मनाती रही।
किसानों ने फिर जड़ा तहसील कार्यालय के दूसरे गेट पर भी ताला
जुलाना तहसील कार्यालय में चल रहे धरने पर किसानों ने प्रशासन से मांग रखी थी कि जल्द से जल्द गिरफ्तार किसानों की रिहाई दी जाए लेकि न चार बजे तक जब किसानों की रिहाई नही हो पाई तो किसानों ने तहसील कार्यालय के दूसरे गेट को भी ताला लगा दिया। किसानों का कहना है कि जब तक किसानों की रिहाई नही होती तब तक तहसील कार्यालय में कोई भी काम नही होगा।
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