- भूखी, प्यासी महिलाओं ने डीएपी खाद लेने के लिए घंटों करना पड़ा इंतजार
- डीएपी की कमी से किसान परेशान, डीएपी के लिए लगी लंबी लाइनें
(Jind News) जींद। भारतीय संस्कृति में करवा चौथ के व्रत का बड़ा महत्व है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखते हुए अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती है। करवा चौथ के व्रत के दिन उचाना की मंडी में हैफेड की सरकारी दुकान के बाहर महिलाएं लंबी लाइन में लगी नजर आई। करवा चौथ के व्रत के दिन डीएपी खाद के लिए महिलाएं लाइन में लग कर डीएपी खाद मिलने का इंतजार करती नजर आई।
डीएपी खाद हैफेड की सरकारी दुकान पर आने की जानकारी मिलने के बाद रविवार सुबह ही किसान मंडी पहुंच गए थे। गेहूं की बिजाई से पहले डीएपी खाद की जरूरत किसानों को होती है। अब से ही डीएपी खाद को लेकर ये हाल है तो आने वाले दिनों में क्या हाल होगा इसका अंदाजा मंडी में डीएपी खाद को लेकर लगी लंबी लाइन से नजर आया। डीएपी लेने आई महिला सुमन, राजो, बीरमती ने कहा कि करवा चौथ के व्रत के दिन भी डीएपी खाद लेने के लिए मंडी में आना पड़ा है। यहां पर भी लंबी लाइन में लगना पड़ा। कई घंटों के बाद जब खाद के बैगों की पर्ची मिलनी शुरू हुई तो नंबर आया। कई दिनों से खाद लेने के लिए उनके परिवार के सदस्य मंडी आ रहे है लेकिन खाद नहीं आ रहा था।
किसान रामकुमार काकड़ोद, मनोज चहल भौंगरा, सुरेश ने कहा कि गेहूं की बिजाई को लेकर डीएपी खाद की जरूरत होती है। कई दिनों से खाद को लेकर चक्कर काट रहे हंै लेकिन खाद नहीं आ रहा है। सरकारी दुकान पर खाद आने की जानकारी मिलने के बाद आसपास के गांव से किसान सुबह ही मंडी पहुंच गए। कम से कम पांच से छह घंटे तक खाद के बैग की पर्ची मिलने का इंतजार करना पड़ा।
घर के सारे काम छोड़ कर सुबह साढ़े पांच बजे ही मंडी किसान आने शुरू हो गए थे। हर बार डीएपी खाद की किल्लत होती है। गेहूं की बिजाई शुरू होने से पहले शासन, प्रशासन खाद के पुख्ता प्रबंध करें ताकि किसानों को परेशानी न हो। हैफेड सेल्जमैन सतीश ने बताया कि 920 यूरिया के बैग आए थे। प्रत्येक किसान को 6 से लेकर 5 बैग दिए गए हैं।
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