- डिमांड 31 हजार टन खाद की, अबतक जिले मे पहुंचा 15 हजार 900 टन खाद
(Jind News) जींद। खाद को लेकर किसानों के बीच मारामारी जारी है। मंगलवार को अनाज मंडी की फर्म पर डीएपी खाद पहुंचा तो उमड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिसबल को तैनात करना पड़ा। धक्का-मुक्की भी किसानों के बीच हुई। जिस पर डीएसपी जोगेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और हालातों का जायजा लिया। वहीं सीएम फ्लाइंग तथा कृषि विभाग की संयुक्त टीम ने नरवाना में फर्म के गोदामों पर छापेमारी की थी।
जहां पर यूरिया खाद पाया गया। फर्म मालिक गोदाम से संबंधित रजिस्ट्रेशन नही दिखा पाया था। जिस पर छापामार टीम ने फर्म के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी। जिस पर कृषि विभाग ने फर्म के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसके लाइसेंस को 15 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया है। गौरतलब है कि जिले में लगभग सवा दो लाख एकड़ में गेहूं की बिजाई होनी है। गेहूं बिजाई का सीजन भी रफ्तार पकड़े हुए है।
जिसके चलते खाद को लेकर मारामारी चली हुई है। यहां पर डिमांड के अनुरूप खाद की उपलब्धता कम है। जिले में लगभग 31 हजार टन खाद की जरूरत है। जबकि अबतक जिले में खाद 15 हजार 900 टन ही पहुंंच पाया है। फिलहाल 300 टन खाद उपलब्ध है। कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि एक हजार टन खाद की खेप बुधवार को जिले में पहुंच जाएगी। अनाज मंडी की फार्म पर को खाद की खेप पहुंची। सूचना मिलने पर किसानों ने रात को ही फर्म के बाहर डेरा डाल लिया। खाद वितरण का कार्य शुरू हुआ तो किसानों में धक्का-मुक्की शुरू हो गई।
हालात बिगडऩे से पूर्व पुलिस मौके पर पहुंच गई। किसानों के जमावड़े को देखते हुए डीएसपी जोगेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने किसानों का लाइन में लगा खाद का वितरण करवाया। जिला क्वालिटी इंसपेक्टर नरेंद्रपाल ने बताया कि खाद की कोई कमी नही है। किसान जरूरत के हिसाब से खाद लें। किसान खाद को लेकर होड़ न मचाएं। 300 टन खाद बचा हुआ है, जिसका वितरण किया जा रहा है। बुधवार को भी एक हजार टन खाद की खेप आ रही है। किसान इसमें सहयोग करें।
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