Jind News : ईडब्ल्यूएस आरक्षण में वर्गीकरण के लिए जींद की धरा से उठी आवाज

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Jind News : ईडब्ल्यूएस आरक्षण में वर्गीकरण के लिए जींद की धरा से उठी आवाज
मंच पर राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा को पुष्प गुच्छ भेंट करते हुए।
  • ब्राह्मण समाज ने सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा, डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा, राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा के समक्ष करी आवाज बुलंद
  • सरकार की नीयत में कोई फर्क नही : अरविंद शर्मा
  • बाऊ जी (विनोद शर्मा) के लगाए ईबीपीजी के पौधे को कभी मुरझाने नही देंगे : कार्तिकेय शर्मा

(Jind News) जींद। भिवानी बाईपास रोड के नजदीक विकास नगर में स्थित भाई सुरेंद्र कुमार मेमोरियल नर्सिंग कॉलेज में रविवार को इक्नोमिक विक्कर सैक्शन यानि ईडब्ल्यूएस आरक्षण में वर्गीकरण की मांग को लेकर ब्राह्मण सम्मेलन का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के तौर पर हरियाणा के जेल एवं सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा, डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा, राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने शिरकत की। अखिल भारतीय ब्राह्मण आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिराम दीक्षित, हरियाणवी कलाकार महाबीर गुड्डू ने पगड़ी पहना कर दोनों मुख्यअतिथियों को सम्मानित किया।

सरकार की नीयत में कोई फर्क नही : अरविंद शर्मा

हरियाणा के जेल एवं सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि ब्राह्मण समाज ने निस्वार्थ भाव से ईबीपीजी के लिए मेहनत की थी और इस मांग को पूरा भी करवाया था। पंडित हरीराम दीक्षित जो मांग आज फिर से कर रहे हैं, वो मांग वर्ष 2012 में उठाई गई थी और इसे 2013 में पूरा करवाया गया था। उस समय आरक्षण का दौर चला हुआ था।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समक्ष उन्होंने पैरवी की थी कि गरीब ब्राह्मण, जरनल व अन्य जातियां कहां जाएंगी। जिनमें भी गरीब हैं। इस मांग पर मंथन हुआ और 2013 में इसे लागू किया गया। सरकार की नीयत में शायद फर्क था कि ईबीपीजी लागू होने के बाद कानूनी दाव पेंच आ गए।

हालांकि कांग्रेस इसका श्रेय लेना चाहती थी लेकिन कानूनन ईडब्ल्यूएस, ईबपीजी खुर्दबुर्द हो गया। अब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सरकार है। उन्होंने सरकार बनते ही डीएससी समाज को उनका हक देने का काम किया। कानूनी तौर पर सुप्रीम कोर्ट का कोई ऑब्जेक्शन न हो, इसके लिए सरकार तरीका अवश्य निकालेगी। हर हाल में ईबीपीजी, ईडब्ल्यूएस मांग को पूरा किया जाएगा।

ईबीपीजी के पौधे को मुरझाने नही देंगे : कार्तिकेय शर्मा

राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि ईबीपीजी का जो पौधा उनके पिता विनोद शर्मा ने लगाया था। उनके पिता की एक ही सोच रही कि समाज का काम होना चाहिए, बच्चों को नौकरियां मिलें, उसी रास्ते पर जब उन्हें पता चला कि ईबीपीजी के 650 बच्चे नौकरी से वंचित रह गए हैं। उन्होंने इस मामले को सरकार के सामने लाया। वो मंच से मुख्यमंत्री नायब सैनी का धन्यवाद करते हैं कि अधिकांश बच्चों की नौकरियां लग गई हैं, जो रह गए हैं, उनकी भी दो चार माह में लग जाएगी।

दोहलीदार जमीन का मालिकाना हक दिलवाने के लिए करेंगे काम : कार्तिकेय शर्मा

राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि पंडित विनोद शर्मा ने ईबीपीजी का कानून पास करवाया था और यह हर हाल में पूरा होगा। वो आपके साथ हैं और स्तर पर आपकी लड़ाई लडेंगे, जैसे उनके पिता विनोद शर्मा ने किया था। पार्लियामेंट हो, विधानसभा हो या न्यायालय हो, हर जगह आवाज बुलंद की जाएगी।

यह लड़ाई एक व्यक्ति विशेष की नही, एक संगठन की नही बल्कि पूरे समाज की है। इसके लिए हमें सबका योगदान चाहिए। हमें तकनीकि और लीगल त्रुटियों को देखते हुए आगे बढऩा है और अपनी मांग को पूरा करवाना है। इसी तरह दोहलीदार जमीन का मालिकाना हक की बात करते हुए कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि जो काम विनोद शर्मा ने किया है, उसे आगे ले जाने का काम करेंगे। तकनीकि कारण से जो कमी रह गई है, उसे दूर करवाएंगे।

22 जिलों में घूम जानी ब्राह्मण समाज की समस्याएं, 13 मांगे रखी, 11 हुई पूरी

राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि वर्ष 2022 में फैसला लिया था कि वो 22 के 22 जिलों में जाएंगे और समाज की समस्याएं, परेशानियां, मांगें जानने का काम करेंगे। सभी जिलों का दौरा करने के बाद करनाल की पवित्र भूमि पर ब्राह्मण महाकुंभ आयोजित किया गया। इस महाकुंभ का औचित्य था कि ब्राह्मण समाज की जो समस्याएं थी, उनको असली पटल यानी के मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाए।

महाकुंभ में 13 मांगे रखी गई थी, उनमें से 11 मांगें पूरी हो चुकी हैं। जो दो मांगें रह गई हैं, उन्हें छोड़ा नही है।  उन्हें भी हर हाल में पूरा करवाया जाएगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के समक्ष इन मांगों को रखा जाएगा। उन्हें पता है कि मुख्यमंत्री ब्राह्मण समाज का संवेदनशीलता से समस्याओं का निदान अवश्य करेंगे।

हर लड़ाई में ब्राह्मण समाज ने निभाई अहम भूमिका

राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि 1857 और 1947 की आजादी की लड़ाई में ब्राह्मण समाज आगे रहा। देश को उन्नति पर ले जाने के लिए योगदान दिया। आज भारत युवाओं का देश है। आज 75 साल संविधान और देश के पूरे हो रहे हैं। देश की 65 प्रतिशत आबादी 35 साल से कम की है। इसका मतलब है यह है कि भारत देश का भविष्य युवाओं के हाथ में है।

हमें अपनी संस्कृति और देश की विरासत को युवा आगे ले जाने का काम करना है ताकि हमारे पुर्खों ने अपनी मेहनत और ज्ञान से इसे बढ़ाने का काम किया है, जैसे उनके पिता विनोद शर्मा, हरीराम दीक्षित ने समाज को रास्ता दिखाने का काम किया है। इसलिए हमारा भी दायित्व बना है कि उनके दिखाए मार्ग पर चलें।

समाज अपनी मांग सही पटल पर रखे : कार्तिकेय शर्मा

राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि वर्ष 2014 में भाजपा सरकार बनी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबका साथ सबका विकास का मंत्र दिया था। इस मंत्र की जरूरत ब्राह्मण समाज को है। हमें जरूरत है कि हम अपनी बात सही पटल पर रखें। जब भी ऐसा हुआ है तो उनकी मांग मानी गई है।

समाज को बात संगठित हो कर रखने की जरूरत है। इसके साथ ही हमें समाज के कम पढ़े लिखे बच्चों के बारे में भी सोचना है। क्योंकि वो भी समाज का हिस्सा हैं। मोदी ने स्किल डिवलप्मेंट कार्यक्रम शुरू किया है। हमें इसका लाभ उठाना चाहिए।

राज्यसभा सांसद ने भगवान परशुराम जी की जय से शुरू किया भाषण

राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने भगवान परशुराम जी की जय से अपना भाषण शुरू किया और कहा कि हम सब परशुराम के वंशज हैं। उनसे शस्त्र और शास्त्र का ज्ञान होता है। जब फरसा निकलता है तो खाली नही जाता। इसके साथ ही हर बात पर फरसा नही निकलता। जब शास्त्र सेकाम होता है तो शस्त्र की जरूरत नही होती है। ईबीपीजी के लिए हम सब एक होकर चलेंगे तो यह हक हमें जरूर मिलेगा।

यह रहे मौजूद

अखिल भारतीय ब्राह्मण आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिराम दीक्षित, धर्मबीर पिंडारा, प्रो. ओमनारायण शर्मा, शिवनारायण शर्मा, डा. अशोक, सुशील कौशिक, राधेश्याम शर्मा, कविता शर्मा, सोमवती, महावीर गुड्डू, अशोक शर्मा, एमसी मनोज कौशिक, राजेंद्र, सुरेंद्र बडौदा, अश्वनी, सुभाष, मदन, अनिल, श्रीकांत, राकेश सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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