(Jind News) जींद। सफा खेड़ी गांव में तारखा-सफा खेड़ी रोड पर मकानों के ऊपर से मौत गुजर रही है। यहां मकानों के ऊपर से जा रही बिजली की हाईटेंशन तारों के चलते दो मौत अब तक हो चुकी है। इसको लेकर कई सालों से ग्रामीण गुहार लगा रहे है लेकिन अब तक तारों को मकानों के ऊपर से नहीं हटाया गया है। हाईटेंशन बिजली की तारों के चलते मकान मालिक दो मंजिला मकान तक नहीं बना पाते है। ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के मौसम में मकान में हुक्का पीते समय उस पर अगर बिजली चेक करने वाला टेस्टर लगा ले तो उसमें भी लाल बत्ती आ जाती है।
छात्ते लेकर अगर मकान के अंदर से बाहर जाते है तो करंट जैसा झटका महसूस होता है। तारों को मोहल्ले से दूर सिफ्ट किया जाए ताकि किसी तरह का हादसा भविष्य में न हो। विकास, कृष्ण, रमेश ने बताया कि मकानों के ऊपर से बिजली की हाटेंशन की ग्रामीणों के लिए जी का जंजाल बन चुकी है। यहां पर अब तक तीन मौते भी हो चुकी है। मकान में रहने वालों को इन तारों से इतना डर है कि दूसरी मंजिल तक का मकान यहां पर ग्रामीणों ने नहीं बनाया है। बारिश के दिनों में तो दीवारों तक में कंरट तक आ जाता है। ऐसा नहीं है कि ये तारे मकानों के ऊपर से अब ही गुजर रही है हो बल्कि सालों से बिजली की हाईटेंशन की तारे मकानों के ऊपर से गुजर रही है। इसके समाधान को लेकर मांग करके थक चुके है।
करवाएंगे हाइटेंशन तार का समाधान
वाल्मीकि बस्ती में पहुंचे पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता बृजेंद्र सिंह के समक्ष ग्रामीणों ने बिजली की तारों को हटवाने की मांग रखी। इस पर बिजली निगम के संबंधित विभाग के एक्सईएन से बातचीत पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने। बृजेंद्र सिंह ने बताया कि दो बार हाईटेंशन तार को लेकर टेंडर लग चुके है लेकिन टेंडर लेने के लिए कोई नहीं आया। ये नरवाना से लेकर जींद तक लाई है। अधिकारियों ने बताया है कि इसको लेकर बजट मंजूर हो चुकी है। अब दोबारा से फिर टेंडर लगाए जाएंगे।