- सफल परीक्षार्थियों को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान से बुनियादी साक्षरता का प्रमाण पत्र दिया जाएगा
- जिलेभर से 25 हजार से अधिक लर्नर्स ने परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया
(Jind News) जींद। उल्लास कार्यक्रम के तहत जिलेभर से दस हजार से अधिक लर्नर्स ने परीक्षा दी। परीक्षा की खास बात यह रही कि इसमें ज्यादातर 75 साल तक के बुजुर्गों व महिलाओं की भागीदारी रही। हालांकि जिलेभर से 25 हजार से अधिक लर्नर्स ने परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया था। सफल परीक्षार्थियों को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान से बुनियादी साक्षरता का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। यह परीक्षा 150 नंबर की थी। जिसमें व्यवस्क को 33 प्रतिशत नंबर लेने जरूरी थे।
सरकार ने 2022 से पांच साल की अवधि के लिए न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम नामक उल्लास नामक केंद्र प्रायोजित योजना शुरू की
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिशों के अनुसार भारत सरकार ने 2022 से पांच साल की अवधि के लिए न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम नामक उल्लास नामक केंद्र प्रायोजित योजना शुरू की। योजना का प्राथमिक उद्देश्य 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी व्यस्कों को सशक्त बनाना है। जिन्हें खुद को शिक्षित करने का अवसर नहीं मिला है। यह न केवल शिक्षार्थियों को पढऩे, लिखने और संख्यात्मक कौशल प्राप्त करने की अनुमति देता है बल्कि आजीवन सीखने को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें महत्वपूर्ण जीवन कौशल की समझ के साथ समृद्ध भी करता है।
यह योजना स्वयंसेवा, सामाजिक जिम्मेदारी और कर्तव्य की भावना या कर्तव्यबोध को बढ़ावा देने के माध्यम से कार्यान्वित की जा रही है। इसके अलावा शिक्षार्थियों को दीक्षा पोर्टल के साथ-साथ उल्लस मोबाइल एप के माध्यम से एजुकेशन फॉर ऑल वर्टिकल पर क्षेत्रीय भाषाओं में सामग्री तक पहुंचने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
उल्लास नवभारत साक्षरता मिशन के जिला समन्वयक विक्रम भारद्वाज ने बताया कि उल्लास कार्यक्रम के तहत जिलेभर से दस हजार से अधिक लर्नर्स ने परीक्षा दी।
परीक्षा में 15 साल से अधिक उम्र के लोगों की अच्छी संख्या रही। जो परीक्षा में उत्तीर्ण रहेंगे उन्हें प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। इस योजना का मुख्य उद्देश्य 15 साल से अधिक उम्र के लोगों को सशक्त बनाना है।
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