- युवाओं के विचार और ऊर्जा ही समाज और राष्ट्र की दिशा तय करते हैं : डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा
- यूथ फेस्टिवल में टीमों ने तीन स्टेजों पर दी एक से बढ़कर एक प्रस्तुति
- क्लासिकल वोकल सोलो में राजकीय महाविद्यालय सफीदों के साहिल रहे प्रथम
(Jind News) जींद। राजकीय महाविद्यालय में शुक्रवार से दो दिवसीय जोनल यूथ फेस्टिवल (सफीदों जोन) की शुरूआत हुई। फेस्टिवल का शुभारंभ जींद से भाजपा विधायक एवं डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने किया। उन्होंने युवाओं को समाज की रीढ़ बताते हुए कहा कि उनके विचार और ऊर्जा ही समाज और राष्ट्र की दिशा तय करते हैं। उन्होंने युवाओं को सही मार्ग पर चलने और अपने भीतर छिपी क्षमताओं को उजागर करने के लिए प्रेरित किया।
महोत्सव की शुरुआत को जोशीला और यादगार बनाया
युवाओं और प्रतिभागियों में आत्मविश्वास भरते हुए काव्यात्मक अंदाज में उन्होंने कहा कि हर हाल में सूरज अपना है, जब हम अहले जुनून से चलेंगे। हौसलों से होंगी अपनी राहें रोशन, और दुनिया में उजाला कर देंगे। विशिष्ट अतिथि पद्मश्री महाबीर गुड्डू की प्रस्तुति ने महोत्सव की शुरुआत को जोशीला और यादगार बनाया।
उन्होंने हरियाणवी संस्कृति और ग्रामीण महिलाओं के जीवन की सुंदरता को अपने गायन और नृत्य के जरिये ऐसा जीवंत किया कि दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए और उनकी गूंजती तालियों ने महोत्सव का रंगारंग और ऊर्जावान आगाज किया।
महोत्सव में सात कॉलेजों के 300 से अधिक प्रतिभागी ले रहे भाग
हरियाणवी संस्कृति और कलात्मकता से सराबोर इस महोत्सव का आयोजन चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के डायरेक्टरेट ऑफ यूथ एंड कल्चरल अफेयर्स के सहयोग से किया गया है। इस महोत्सव में सात कॉलेजों के 300 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लेकर अपनी कला और रचनात्मकता का प्रदर्शन करेंगे।
यह आयोजन युवाओं के लिए न केवल उनकी प्रतिभा को मंच प्रदान करता है बल्कि उनके व्यक्तित्व विकास, आत्मविश्वास और सांस्कृतिक कौशल को भी प्रोत्साहित करता है। गायन में काले दे लिवास दी शकीनन कुड़ी, दूर-दूर जावे मैरे काले रंग तो, मैनू लगा मां जमा तेरा बरगा हां, गाड़े आली गजबन छोरी, मेरा बालम थानेदार चलावे जिप्सी, बोल तेरे मीठे-मीठे, बात इक ऊंचा लंबा कद दूजा सोनि, तू हद जैसे गानों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
जोनल यूथ फेस्टिवल की मेजबानी करना गर्व की बात : सत्यवान मलिक
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या सत्यवान मलिक ने की। उन्होंने कहा कि जोनल यूथ फेस्टिवल की मेजबानी करना महाविद्यालय के लिए गर्व का क्षण है। इस प्रकार के आयोजन न केवल युवाओं को अपनी प्रतिभा को पहचानने और प्रदर्शित करने का मंच प्रदान करते हैं बल्कि उनकी रचनात्मकता, आत्मविश्वास और सर्वांगीण विकास में सहयोगी भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने कहा कि महाविद्यालय सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने और युवाओं के प्रतिभा को मंच देने में हमेशा की तरह प्रतिबद्ध है। मुख्य मंच पर संचालन मुख्य समन्वयक प्रो. ज्योति श्योराण, उप समन्वयक डा. विशाल रेढू और डा. यशवंती ने किया। दूसरे मंच का संचालन प्रो. पुष्पा और प्रो. मनोज ने किया। तीसरे मंच का संचालन प्रो. रणधीर और प्रो. मनजीत ने किया।
महोत्सव के पहले दिन की रंगारंग प्रस्तुतियां
सुबह के सत्र में महोत्सव की शुरुआत सांस्कृतिक उल्लास से हुई। जहां मुख्य स्टेज पर एकल नृत्य हरियाणवी (महिला), हरियाणवी पॉप गीत, हरियाणवी रस्में और समूह नृत्य (सामान्य) की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। दूसरे स्टेज पर लाइट वोकल इंडियन, हरियाणवी गजल, क्लासिकल वोकल सोलो और समूह गान की मधुर प्रस्तुतियों ने माहौल को सुरम्य बना दिया।
दोपहर के सत्र में मुख्य स्टेज पर नृत्य कला, हरियाणवी स्किट, वन एक्ट प्ले और मिमिक्री ने दर्शकों को खूब हंसाया और गहराई तक प्रभावित किया। दूसरे स्टेज पर क्लासिकल डांस (सोलो), क्लासिकल इंस्ट्रूमेंटल सोलो, इंडियन ऑर्केस्ट्रा और लोक वाद्य हरियाणवी (सोलो) ने शास्त्रीय और लोक संगीत का जादू बिखेरा। तीसरे स्टेज पर सांग की प्रस्तुति ने लोक गायन की मिठास से दिल जीत लिया।
यह रहे पहले दिन के परिणाम
क्लासिकल वोकल सोलो में प्रथम स्थान पर साहिल, बीए तृतीय वर्ष जीसी सफीदों, द्वितीय स्थान पर महक बीए तृतीय वर्ष एचकेएमवी जींद रही। सोलो डांस हरियाणवी महिला में प्रथम स्थान पर शीतल एमए द्वितीय वर्ष व कोमल बीए द्वितीय वर्ष जीसी सफीदों, द्वितीय स्थान पर गीतांजलि बीएससी एनएमए जीसी जींद रही। लाइट वोकल इंडियन में प्रथम स्थान पर साहिल बीए तृतीय वर्ष जीसी सफीदों, द्वितीय स्थान पर कुशा बीए तृतीय वर्ष एचकेएमवी जींद रही।
हरियाणवी गजल में प्रथम स्थान पर साहिल बीए तृतीय वर्ष जीसी सफीदों, द्वितीय स्थान पर इंदू बीए द्वितीय वर्षए एचकेएमवी जींद रही। हरियाणवी पॉप सान्ग में प्रथम स्थान पर जीसी सफीदों, द्वितीय स्थान पर जीसीडब्ल्यु सफीदों रहा। दर्शकों का उत्साह पूरे दिन चरम पर रहा। एक ओर मंच पर प्रतिभागियों की शानदार प्रस्तुतियां आनंद और उत्सव की छटा बिखेरती हैं तो दूसरी ओर तालियों की गडग़ड़ाहट और खुशी भरी किलकारियां यह प्रमाण देती हैं कि यह महोत्सव दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ता जाता है।
हर प्रस्तुति के साथ माहौल नई ऊर्जा और उत्साह से भर जाता है। दर्शकों की तालियों और किलकारियों ने जैसे प्रतिभागियों में नया जोश भर दिया। आत्मविश्वास से भरे उनके प्रदर्शन में एक अलग ही ऊर्जा दिखी। हर प्रस्तुति अपनी रचनात्मकता में दूसरी प्रस्तुति से होड़ लेती हुई दिखी।
इस माहौल ने प्रतिभागियों को प्रेरित कियाए और उन्होंने इसे अपनी प्रतिभा दिखाने और नई ऊर्जा व प्रेरणा पाने का एक यादगार अनुभव बताया। महोत्सव का समापन 30 नवंबर शनिवार को होगा। समापन समारोह के मुख्यअतिथि मंत्री कृष्ण बेदी होंगे। जबकि विशिष्ठ अतिथि सीआरएसयू वीसी डा. रणपाल होंगे।
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