Jind News : सीआरएसयू में तीन दिवसीय राष्ट्रीय चित्रकला कार्यशाला का आयोजन

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Jind News : सीआरएसयू में तीन दिवसीय राष्ट्रीय चित्रकला कार्यशाला का आयोजन
कार्यशाला को संबोधित करते हुए संस्कार भारती के त्रीक्षेत्रीय संगठन मंत्री विजय कुमार।

(Jind News) जींद। अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती वर्ष पर चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के प्रांगण में विश्व विद्यालय की सोशल आउटरीच सेल व संस्कार भारती हरियाणा के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय राष्ट्रीय चित्रकला कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता के तौर पर संस्कार भारती के त्रीक्षेत्रीय संगठन मंत्री विजय कुमार व प्रांत प्रतिनिधि के तौर पर उदितेंदु वर्मा ने शिरकत की।

भारतीय नारी की शौर्य गाथाओं से हमारा पूरा इतिहास भरा पड़ा

कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रो. लवलीन मोहन ने की। कार्यक्रम संयोजक डॉ. विजय कुमार ने कार्यशाला के बारे में विस्तार रूप से वर्णन किया। कार्यशाला में मुख्यावक्ता के तौर पर पहुंचे विजय कुमार ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय नारी की शौर्य गाथाओं से हमारा पूरा इतिहास भरा पड़ा है। अहिल्याबाई का जीवन, शौर्य, पराक्रम, राजनीति कूटनीति और देशभक्ति से भरा पड़ा है।

उनकी जीवनी से राष्ट्र भक्ति की प्रेरणा मिलती है और आज के समय में सभी महिलाओं को वीरता और भावनात्मकता के साथ आत्मबल पर भी अहिल्याबाई होल्कर की तरह विशेष ध्यान देना चाहिए और नीडर बन कर समाज में अपनी पहचान बनानी चाहिए। अहिल्याबाई होलकर के विषय पर चित्रकला कार्यशाला खुद में ही एक प्रेरणा है। क्योंकि चित्रकला का महत्व बहुत गहरा है। यह मानव अनुभव,  भावनाओं और विचारों को दृश्य रूप में व्यक्त करने का एक प्रभावी तरीका है।

चित्रकला न केवल एक कला रूप है बल्कि यह सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। हमें इतिहास के रूप में कुछ हिस्सा ही पढ़ाया गया है और हमें ऐसे किस्सों से दूर रखा गया है। आज के समय में युवा पीढ़ी हमारे वीर वीरांगनाओं को जाने इसी उद्देश्य की पूर्ति यह तीन दिवसीय राष्ट्रीय चित्रकला कार्यशाला करेगी। जिसमें चित्रकार अहिल्याबाई के जीवन के दर्शन अपने रंगों के माध्यम से कैनवस पर जीवंत रूप में करेंगे।

यह कार्यशाला नए अध्याय लिखेगी।

कार्यक्रम में संस्कार भारती प्रांत प्रतिनिधि उदितेंदु वर्मा ने भी विद्यार्थियों को हमारे संस्कारों को ध्यान में रख कर चित्रकला करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि कार्यशाला के अंतिम दिवस पर चित्रकला की प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।

हरियाणा कला परिषद के निदेशक नागेंद्र शर्मा ने बताया कि यह कार्यशाला नए अध्याय लिखेगी। कुलसचिव प्रो. लवलीन मोहन ने कहा कि विश्विद्यालय के कुलपति सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में विश्विद्यालय विद्यार्थियों के लिए लगातार इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।

जिससे हमारी युवा पीढी भारत के वीरों के बारे में जान सकें। यह कार्यशाला चित्रकला के प्रति रुचि रखने वाले सभी कलाकारों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जहां वे अपनी कला कौशल को निखार सकते हैं और साथ ही अहिल्याबाई होलकर के जीवन और योगदान से प्रेरणा ले सकते हैं। इस कार्यशाला में सोशल आऊटरिच सैल के निदेशक डा. विजय कुमार, कार्यक्रम समन्वयक दीपक कौशिक व प्रो. आनंद व अन्य अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित रहे।

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