- 80 से अधिक नंबर जींद अस्पताल को मिलने पर मिलेगा पुरस्कार
(Jind News) जींद। जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल में शुक्रवार को कायाकल्प की टीम शुक्रवार को जांच करने के लिए आएगी। टीम में एमओ सीएचसी भूना डा. योगेश यादव, पीएचसी भिरडाना डा. घनश्याम, सीएचसी भूना से डा. हीना शामिल रहेंगी। जांच के बाद कायाकल्प टीम द्वारा अस्पताल को रैंक दी जाएगी।
अस्पताल परिसर और वार्डों में व्यापक साफ.-सफाई अभियान चलाया गया
अगर 80 से अधिक नंबर जींद अस्पताल को मिलते हैं तो अस्पताल प्रशासन को बजट मिलेगा। टीम के पहुंचने से पहले ही अस्पताल परिसर और वार्डों में व्यापक साफ.-सफाई अभियान चलाया गया। टीम को व्यवस्थाएं दुरूस्त दिखाने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंथन किया। आपातकालीन कक्ष, सभी वार्ड के अलावा लैब, दवाखाने में व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए गए। गौरतलब है कि स्वच्छ भारत के तहत कायाकल्प कार्यक्रम शुरू किया गया है।
जिसमें अस्पतालों में आपसी प्रतिस्पर्धा से स्वच्छता, गुणवत्ता और बेहतर सुविधाओं एवं सेवाओं में बढोत्तरी करवाना है। टीम द्वारा इंफेक्शन कंट्रोल, इंफ्रास्ट्रक्चर, साफ-सफाई, माहोल, बायामेडिकल वेस्ट, प्रबंधन, शौचालयों में स्वच्छता आदि बिंदुओं को परखा जाता है।
जिसके बाद टीम द्वारा 100 नंबर से रैंक दिए जाते हैं और फिर अस्पताल प्रशासन को उसी रैंक के आधार पर नगद पुरस्कार मिलता है। जींद नागरिक अस्पताल में कोरोना काल के दौरान ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया गया था। कुछ समय तक इस प्लांट ने सही तरीके से काम किया लेकिन अब पिछले एक साल से भी अधिक समय से ऑक्सीजन प्लांट बंद है। स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा बार-बार रिमाइंडर भी भेजे जा रहे हैं लेकिन ऑक्सीजन प्लांट ठीक नही हो पा रहा है।
जींद अस्पताल को 55 चिकित्सकों की जरूरत है जबकि यहां केवल 24 चिकित्सक ही काम कर रहे
ऐसे में अगर फिर से कोराना जैसी कोई बीमारी आती है तो ऑक्सीजन के लिए अस्पताल फिर से गैस सिलेंडरों पर ही निर्भर होगा। वहीं चिकित्सकों की कमी के बावजूद जैसे-तैसे आईसीयू चलाया जा रहा है। मरीजों को पूरी दवाइयां तक नही मिल पा रही हैं। वहीं यहां 100-100 बैड की दो बिल्डिंग हैं और चिकित्सकों की भारी कमी है। जींद अस्पताल को 55 चिकित्सकों की जरूरत है जबकि यहां केवल 24 चिकित्सक ही काम कर रहे हैं।
ऐसे में जितने भी संसाधान अस्पताल प्रशासन के मौजूद है, उन्हीं से यहां आने वाले मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाए जाने का प्रयास किया जा रहा है। ओपीडी की बात की जाए तो ओसतन ओपीडी 1600 तक प्रतिदिन है। जबकि सोमवार और मंगलवार को ओपीडी दो हजार तक पहुंच जाती है।
नागरकि अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने बताया कि अस्पताल के पास जितने भी संसाधान है, उनसे बेहतरीन काम चलाने का प्रयास किया जा रहा है। कायाकल्प टीम शुक्रवार को जींद अस्पताल का दौरा करने आ रही है। टीम जींद अस्पताल को 80 से अधिक नंबर दे, इसके लिए व्यवस्थाएं की गई हैं। रिकार्ड मेनटेन है, ओपीडी से लेकर इमरजेंसी तक व्यवस्थाएं बनाई गई हैं।
यह भी पढ़ें : Jind News : सीआरएसयू टीम ने कंप्यूटर, वाणिज्य, कंप्यूटर लैब और पुस्तकालय का निरीक्षण किया