- फैमिली आईडी में हर महीने बढ़ रही जिले में गरीबों की संख्या
- सरकार कर रही गरीबी दूर करने की बात, फैमिली आईडी के आंकड़ों में चल रहा उल्टफेर
(Jind News) जींद। जिला में लगातार गरीबों की संख्या बढ़ रही है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दो माह में ही 11884 बीपीएल परिवार नए बन गए हैं। गरीबों की संख्या को आज फैमिली आइडी के आंकड़ों से जाना जा सकता है। जिले में बीते एक वर्ष पहले लगभग एक लाख 47 हजार बीपीएल कार्ड थे। सरकार ने इन कार्डों की छंटनी की तो इसमें से लगभग 30 हजार बीपीएल परिवारों की संख्या कम हो गई लेकिन नए बीपीएल परिवारों की संख्या बढ़कर उसी महीने एक लाख 70 हजार के करीब हो गई थी।
अगर जिले में फिलहाल के आंकड़ों की बात की जाए तो 2.69 हजार परिवार बीपीएल सूची में शामिल हैं। इन परिवारों को सरकार खाद्य सुरक्षा योजना के तहत खाद्य एवं आपूर्ति विभाग से राशन उपलब्ध करवा रही है। इसमें बीपीएल परिवार के प्रत्येक व्यक्ति को पांच किलो गेहूं निशुल्क दिया जा रहा है। इसके अलावा दो लीटर सरसों का तेल 20 रुपये लीटर के हिसाब से तो वहीं बीपीएल परिवार को एक किलोग्राम चीनी सस्ते दामों पर दी जाती है। जिले में सितंबर माह में दो लाख 57 हजार बीपीएल परिवार थे।
इसके बाद अक्तूबर में इनकी संख्या दो लाख 65 हजार हो गई। अब नंवबर माह की सूची भी जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को क्रीड विभाग द्वारा भेजी गई है, ताकि विभाग नंवबर माह में इन परिवारों को भी राशन उपलब्ध करवाया जा सके। नवंबर में जिले में बीपीएल परिवारों की संख्या बढ़कर 269700 के लगभग पहुंच गई है। फैमिली आईडी के इन आंकड़ों ने साफ किया है कि गरीबी को हटाने के लिए कोई काम नहीं हो रहा है। जिले के साथ पूरे प्रदेश में इसी तरह गरीबों की संख्या में वृद्धि हो रही है।
जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग अधिकारी राजेश आर्य ने बताया कि नवंबर माह में जिले में बीपीएल परिवारों की संख्या दो लाख 69700 की सूची मिली है। पिछले दो महीने में 11884 बीपीएल जिले में बढ़े हैं। जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के पास हर महीने बढ़े हुए बीपीएल परिवारों की सूची आती है। उसके आधार पर विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को राशन दिया जाता है।
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