Jind News : स्वास्थ्य विभाग ने डेढ़ माह में ही 670 लोगों के किए चालान

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special campaign in civil hospital
नागरिक अस्पताल में रखी पानी की टंकियों की सफाई करते हुए स्वास्थ्यकर्मी।
  • स्वास्थ्य विभाग की 250 से अधिक टीमें फिल्ड में, मौसमी बीमारियों को लेकर कर रही हैं जागरूक
  • बुखार होने पर तुरंत चिकित्सक से जांच करवाएं : डा. रमेश पांचाल

(Jind News) जींद। डेंगू और मलेरिया की बीमारी को फैलने से रोकने के लिए पिछले डेढ़ माह में ही स्वास्थ्य विभाग ने 670 लोगों के चालान कर डाले हैं। अगर लोगों ने अब भी लापरवाही बरती तो चालान के साथ-साथ जुर्माने का भी प्रावधान है। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग मौसमी बीमारियां न फैलें इसके लिए पुरी तरह से सजगता बरते हुए है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू और मलेरिया व मौसमी बीमारियों को रोकने के लिए नागरिक अस्पताल में विशेष अभियान चलाया है। अभियान के तहत नागरिक अस्पताल में जहां पानी खड़ा है, उसमें मच्छर न पनपें, काला तेल डलवाया गया। गमलों, पार्क की विशेष सफाई करवाई गई।

इसके अलावा अस्पताल में मौजूद कार्यालयों में भी जाकर जांच की गई। अस्पताल में जो लोग पानी पी रहे हैं, उन्हें स्वच्छ पानी मिले, इसके लिए पानी की टंकियों तक की सफाई करवाई गई। जहां भी कबाड़ पड़ा है, उसे उठवाया गया। लगातार सफाई अभियान चलाया जा रहा है।

स्वास्थ्य विभाग की टीमें बुखार पीडि़तों की लगातार स्लाइडें बना रही

मलेरिया, डेंगू व मौसमी बीमारियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग कर्मी लगातार फीवर मास सर्वे कर रहे हैं। लोगों को लगातार मौसमी बीमारियों को लेकर जागरूक किया जा रहा है। जहां भी डेंगू के मामले मिल रहे हैं वहां फॉगिंग करवाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें बुखार पीडि़तों की लगातार स्लाइडें बना रही हैं। आमजन को चाहिए कि वो स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।

अबतक डेंगू के 12 तो मलेरिया के दो मरीज मिले

स्वास्थ्य विभाग को अबतक डेंगू के 12 तो मलेरिया के दो मरीज मिल चुके हैं। जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग मौसमी बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए पूरी तरह से सजगता बरते हुए हैं। विभाग की 250 से अधिक टीमें फिल्ड में हैं। स्वास्थ्य निरीक्षक राममेहर वर्मा लगातार टीमों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इसके अलावा प्रचार सामग्री के माध्यम से भी लोगों को डेंगू और मलेरिया के प्रति जागरूक किया जा रहा है। जिले में सबसे ज्यादा वर्ष 2015 में 668 डेंगू के मामले सामने आए थे।

इसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए गए जागरूकता अभियान से साल दर साल डेंगू का प्रकोप कम होता चला गया। विभाग की तरफ से सितंबर व अक्टूबर माह डेंगू के लिए पीक सीजन माना जाता है। डेंगू का मच्छर साफ पानी पर पनपता है। यह मौसम मच्छरों के पनपने लिए पूरी तरह से अनुकूल है। अब एक बार फिर डेंगू और मलेरिया के केस सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग सतर्क है।

जिला मलेरिया अधिकारी डा. रमेश पांचाल ने बताया कि कुल 670 लोगों को नोटिस भेजे गए हैं। जिले में डेंगू को लेकर स्थिति कंट्रोल में है। जो लोग ज्यादा बीमार हैं, उनके टेस्ट विभाग करवा रहा है। अस्पताल में डेंगू की जांच के लिए लैब मौजूद है, जिसमें मुफ्त टैस्ट किया जाता है। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि वे बुखार होने पर तुरंत अपने आस-पास के सरकारी अस्पताल में चैकअप करवाएं।

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