- पांच विधानसभा सीटों में से चार विधानसभा सीटों पर पर तिजेंद्र ढूल के नेतृत्व में खिला कमल
(Jind News) जींद। भाजपा ने जींद के लिए एडवोकेट तिजेंद्र ढुल पर दोबारा विश्वास जताते हुए जिलाध्यक्ष मनोनित किया है। उनके कार्यकाल में भाजपा ने जींद जिले की पांच में से चार विधानसभा सीट जीती थी। वहीं जुलाना नगर पालिका चुनाव में भाजपा का ही चेयरमैन बना है।
विधानसभा और नगर पालिका चुनाव में बेहतर प्रदर्शन का पार्टी ने उन्हें इनाम दिया है। भाजपा जिला महामंत्री डॉ. राज सैनी, पुष्पा तायल, भारत भूषण टांक, जसमेर रजाना सहित 21 नेताओं ने आवेदन किया था। पार्टी सोमवार को घोषित जिला अध्यक्षों की सूची में तिजेंद्र ढूल को पुन: अध्यक्ष मनोनीत कर उनमें अपना विश्वास व्यक्त किया है।
1998 में किशन सिंह सांगवान के नेतृत्व में बूथ स्तर पर भाजपा संगठन में शुरुआत की
मूल रूप से गांव रामरायेखेड़ा हाल आबाद अपोलो रोड जींद निवासी तेजेंद्र दुल ने गोपाल विद्या मंदिर में छठी कक्षा के दौरान आरएसएस को ज्वायन किया। 1998 में किशन सिंह सांगवान के नेतृत्व में बूथ स्तर पर भाजपा संगठन में शुरुआत की। फिर भाजपा मंडल के उपाध्यक्ष बने। इसके बाद भाजपा श्रमिक प्रकोष्ठ में प्रदेश सचिव व उपाध्यक्ष पद पर कार्य किया। इसके बाद उन्हें जिला भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष पद पर कार्य करने का मौका मिला।
लोकसभा चुनाव के बाद उन्हें जिला भाजपा अध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया। विधानसभा तथा शहरी निकाय चुनाव जुलाना में बड़ी उपलब्धि के साथ संगठन को मजबूत करने का कार्य भी किया। जिलाध्यक्ष तिजेंद्र ढुल ने कहा कि उन्होंने दोबारा से जिला अध्यक्ष बनने की इच्छा जताते हुए आवेदन किया था। भाजपा जैसी बड़ी पार्टी में जिलाध्यक्ष के रूप में काम करना बड़े सम्मान की बात है। संगठन का जो फैसला हैए उस पर खरा उतरने का काम करेंगे और वह संगठन की मजबूती के लिए काम करेंगे।
सदस्यता अभियान में भी बड़ी सफलता
तिजेंद्र ढूल के नेतृत्व में पार्टी ने सदस्यता अभियान में भी बड़ी सफलता हासिल की है। तिजेंद्र ढूल को बीते साल लोकसभा चुनाव के बाद राजू मोर की जगह जिलाध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी ने जींद जिले में एक नया रिकार्ड स्थापित किया और यहां पांच विधानसभा सीटों में से चार पर जीत दर्ज की। यह पहला मौका था जब पार्टी ने जींद जिले में इस प्रकार से कमल का फूल खिलाया है।
इससे पहले पार्टी जींद में 2019 के उपचुनाव और 2019 के आम चुनाव में जीत दर्ज कर पाई थी और उचाना में 2014 के विधानसभा चुनाव में कमल खिलाने का काम किया था। तिजेंद्र ढूल के नेतृत्व में पार्टी ने सफीदों और नरवाना में पहली बार कमल खिलाया है। जुलाना में कड़े मुकाबले में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था लेकिन हाल ही में हुए निकाय चुनाव में पार्टी ने जुलाना में भी कमल खिलाया है।
इसके पीछे तिजेंद्र ढूल की रणनीति और उनकी मेहनत को श्रेय दिया जाता है। हालांकि जींद जिले में पार्टी के जिला अध्यक्ष के लिए 21 लोगों ने अपनी इच्छा व्यक्त की थी लेकिन पार्टी ने जींद के जातीय समीकरणों को भी ध्यान में रख कर तिजेंद्र ढूल को पार्टी का जिला अध्यक्ष बनाने का काम किया है।
जींद जिले को जाट लैंड माना जाता है। पार्टी ने विधानसभा चुनाव में यहां से एक भी जाट उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा था। पार्टी ने जिले में दो ब्राह्मण, एक पंजाबी, एक एससी ए वर्ग और एक पिछड़ा वर्ग को टिकट दी थी। ऐसे में यहां पार्टी जाट समुदाय से जिला अध्यक्ष बना कर जाट समुदाय को अपने साथ जोड़े रखने का काम कर रही थी।
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