(Jind News) जींद। स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी सांझा मोर्चा के बैनर तले हडताल के 13वें दिन भी कर्मचारी डटे रहे। कर्मियों ने सीएमओ कार्यालय के सामने धरना दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कर्मचारियों ने हरियाली तीज उत्सव पर सरकार की तरफ से दी जाने वाली कोथली की बाट देखी। मगर कर्मचारियों को खाली हाथ रहना पड़ा। सरकार से उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारियों को पक्का करके धरने पर बैठी 400 महिलाओं को हरियाली तीज का तोहफा देंगे, मगर ऐसा नहीं हुआ। इसी मुद्दे पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी है। यदि सकारात्मक फैसला नहीं आता है तो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी चल रहे आंदोलन हड़ताल को जारी रखेंगे। धरने की अध्यक्षता स्टाफ. नर्स मंजू कालवा व रीना तथा मंच संचालन स्टाफ. नर्स विनति ने किया।
एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल के कारण सभी स्वास्थ्य सेवाओं पर असर दिखने को मिला
इस दौरान अमित लाड़वाल, बलराज, डा. अरुण, डा. अमित, डा. संदीप शर्मा, कमलेश बिश्नोई, गौरव सहगल, प्रवीण कुमार, राजरानी, वीरेंद्र, सोनिया डाइटीशियन, सुमन, पूनम, एकता, पिंकी, नीनू, दीपक, डा. विक्रम, सुनील, प्रमोद, मीना, विनय, योगेश, कुश£वीर, यशवंती, सचिन, रामफल, ऊषा, रमेश आदि कर्मचारियों ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल के कारण सभी स्वास्थ्य सेवाओं पर असर दिखने को मिला। जिसमें लेबर रूम में डिलीवरी का कार्य, नर्सरी में नवजात शिशुओं की देखरेख का कार्य, केएमसी यूनिटए रेफरल, ट्रांसपोर्ट एम्बुलेंस सुविधा न मिलना, जन्म-मृत्यु विभाग कार्य, मेंटल हैल्थ, केंद्रीय औषधि विभाग कार्य, स्कूल हैल्थ (आरबीएसके) व आरकेएसके टीम द्वारा फील्ड में बच्चों के स्वास्थ्य जांच कार्य, एनसीडी, एनआरसी, टीबी विभाग, आयुष विभाग, एनएचएम कार्यालय, पीपी सेंटर, टीकाकरण कार्य, सभी सीएचओ व रिपोर्टिंग आदि कार्य शामिल रहे। जबकि एनएचएम कर्मचारी पिछले काफी सालों से स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं तथा अपना काम पूरी लग्र, ईमानदारी व निष्ठा से करते आ रहे हैं।
उन्होंने मांग की कि एनएचएम कर्मचारियों को पक्का कर्मचारी घोषित किया जाए। सातवें वेतनमान का लाभ दिया जाए, सर्विस रूल के साथ कोई छेड़छाड़ न की जाए। कैशलैस मेडिकल सुविधा देने, एलटीसी, ग्रेजुएटी व एक्सग्रेशिया का लाभ दिया जाए। कर्मचारियों को सेवा के अनुसार ईएल, स्टडी लीव, ट्यूशन फीस का लाभ दिया जाए। आयुष्मान भारत योजना के तहत सीएचओ कैडर की एसओपी को लागू किया जाए। बांड प्रथा को समाप्त करने, एनएचएम कर्मियों को ट्रांसफर सुविधा देने, वर्ष 2017 से 2024 तक कर्मियों द्वारा दी गई हड़ताल अवधि का वेतन जारी करने व सेवा अवधि में गणना की जाए।
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