(Jind News) जींद। चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ आंतरिक मूल्यांकन अंक में हो रहे भेदभाव को लेकर सोमवार को छात्र डीन अकादमिक प्रोफेसर संजय कुमार सिन्हा से मिले। महासचिव प्रथम ने बताया कि बच्चों के आंतरिक मूल्यांकन अंक में भेदभाव किया गया है। जिसमें चहेते बच्चों को अंक शत प्रतिशत दिए गए हैं। जबकि पढऩे वाले छात्रों को कम अंक देकर भेदभाव किया गया है।
उप प्रधान अभिषेक जुलाना ने बताया कि आंतरिक मूल्यांकन के अंक आधारहीन और अपनी मर्जी से लगाए जा रहे हैं। ईकाई प्रमुख आशीष ने बताया कि विश्वविद्यालय में सभी विभागों के आंतरिक मूल्यांकन अंक की जांच होनी चाहिए और कई विभागों में यह भी देखना को मिला है कि टीचर्स ने अंक कुछ लगाए हैं और लिस्ट में अंक कुछ और हैं। यह भी कमी देखना को मिलती है। विश्वविद्यालय प्रशासन यह जांच एक समय सीमा के अंदर करे ताकि छात्रों में भयमुक्त शिक्षा का वातावरण तैयार हो।
यह भी पढ़ें : Jind News : नृत्य की प्रस्तुतियां देकर मोहा दर्शकों का मन