• विशेष फलदायी है महाशिवरात्रि : नवीन शास्त्री

(Jind News) जींद। महाशिवरात्रि पर्व को लेकर जिलाभर के शिवालय पूरी तरह से सज गए हैं। महाशिवरात्रि को लेकर मंदिरों में चल रही तैयारियों से वातावरण भी शिवमय हो गया है। बुधवार को तड़के से ही बम भोले के जयघोष गूंजने लगेंगे और यह क्रम पूरे दिन जारी रहेगा।

महाशिवरात्रि पर्व को देखते हुए मंदिरों की विशेष साज सज्जा की गई है। स्थानीय मंदिरों में जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो, इसके लिए विशेष कदम उठाए गए हैं। इस दौरान शिवभक्त हरिद्वार से गंगा जल लाकर भगवान शिव का अभिषेक करेंगे।

श्रवण नक्षत्र, बुधादित्य, त्रिग्रही योग में भगवान शिव की पूजा करेंगे श्रद्धालु

इस बार महाशिवरात्रि पर्व पर श्रवण नक्षत्र, बुधादित्य, त्रिग्रही योग का निर्माण हो रहा है। इन तीनों योगों का एक ही दिन पर बनना अद्भुत संयोग है। श्रवण नक्षत्र इस दिन सुबह से लेकर शाम 5:08 बजे तक प्रभावी रहेगा। इसी दिन बुध, शनि और सूर्य तीनों कुंभ राशि में विराजमान होंगे। ऐसे में बुधादित्य योग, त्रिग्रही योग का निर्माण हो रहा है। यह दिन खासतौर पर भगवान शिव की पूजा के लिए होता है और इस दिन शिवलिंग की पूजा करने का बहुत महत्व माना जाता है।

शुभ अवसर सुबह 11:08 बजे से आरंभ होकर 27 फरवरी को प्रात: 8:54 बजे तक रहेगा

ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा-पाठ करने से भक्तों के जीवन में खुशहाली आती है और शिव जी की कृपा मिलती है। यह शुभ अवसर 26 फरवरी को सुबह 11:08 बजे से आरंभ होकर 27 फरवरी को प्रात: 8:54 बजे तक रहेगा। इसके अलावा महाशिवरात्रि की पूजा चार प्रहर में की जा सकती है। प्रथम प्रहर में भगवान शिव का दूध से अभिषेक किया जा सकता है।

दूसरे प्रहर में दही से अभिषेक, तीसरे प्रहर में शुद्ध देशी घी से अभिषेक और चौथे प्रहर में शहद से अभिषेक किया जा सकता है। महाशिवरात्रि के दिन शिव स्तुति, शिव मंत्र, शिव सहस्रनाम, शिव चालीसा, शिव तांडव, रुद्राष्टक, शिव पुराण और शिव आरती गाना अत्यधिक फलदायी माने जाते हैं।

जलाभिषेक के लिए शुभ समय

  • प्रात:कालीन मुहूर्त: 6:47 बजे से 9:42 बजे तक।
  • मध्यान्ह मुहूर्त: 11:06 बजे से 12:35 बजे तक।
  • संध्याकालीन मुहूर्त: 3:25 बजे से 6:08 बजे तक।
  • रात्रिकालीन मुहूर्त: 8:54 बजे से 12:01 बजे तक।

महाशिव रात्रि पर जयंती देवी मंदिर में व्रतधारियों के लिए बनेगी खीर

महाभारत कालीन जयंती देवी मंदिर में भगवान शिवजी का व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए सामकिये की खीर के प्रबंध में श्रद्धालु तैयारी करते हुए नजर आए। मंदिर पुजारी नवीन कुमार शास्त्री ने बताया कि मंदिर में सामकिये की तीन क्विंटल खीर बनाई जाएगी। मंदिर में चार प्रहर की पूजा की जाएगी। इसके अलावा रूद्राभिषेक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

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