- मानी गई मांगों को पूरा करे सरकार
(Jind News) जींद। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को रोडवेज कर्मचारियों ने मांगों को लेकर बस अड्डा पर प्रदर्शन किया और सरकार द्वारा मानी गई मांगों को लागू नही करने तथा बार-बार महानिदेशक बैठक का पत्र निकाल कर वार्ता पत्र को वापस लेने पर रोष जताया। प्रदर्शन का नेतृत्व डिपो प्रधान राममेहर रेढू, अनूप श्योकंद, सज्जन कंडेला, रमेश सहरावत ने किया। प्रदर्शन में निर्णय लिया गया कि आगामी 15 मई को परिवहन मंत्री निवास स्थान अंबाला में न्याय मार्च निकाला जाएगा और 20 मई को राष्ट्रव्यापी हड़ताल में पूर्ण भागीदारी की जाएगी।
सरकार 362 मार्गों पर 3658 रूट परमिट देने पर अड़ी हुई
रोडवेज कर्मचारी नेता अनूप लाठर, संदीप रंगा, राजकुमार रधाना ने कहा कि प्रदेश की जनता की प्राइवेट बसों की मांग नही तो सरकार 362 मार्गों पर 3658 रूट परमिट देने पर अड़ी हुई है। जबकि प्रदेशभर की जनता द्वारा समय-समय पर सरकारी बसों की मांग की जा रही है। रोडवेज के बेड़े में 10 हजार सरकारी बसें शामिल कर 60 हजार बेरोजगारों को रोजगार दिया जा सकता है। सरकारी बसें प्राइवेट बसों से ज्यादा टैक्स में जमा करती हैं।
उन्होंने मांग की कि परिचालको का पे ग्रेड काम के आधार बढ़ाया जाने बात हुई थी, उसे पूरा किया जाए। लिपिकों का वेतमान बढ़ाया जाए। चालकों को हैवी चालक ग्रेड पे स्केल दिया जाए। चालक, परिचालकों को रात्रि ठहराव एक महीने में 10 से बढ़कर 25 किए जाएंगे। चा
2002 के चालकों को नियुक्ति तिथि से पक्का किया जा
2002 के चालकों को नियुक्ति तिथि से पक्का किया जाए व उन्हें पुरानी पेंशन योजना में शामिल किया जाएगा। वर्ष 2016 में सभी प्रकिया पूर्ण उपरांत भर्ती किए गए चालकों व दादरी डिपो में पार्ट 2 के तहत लगे 52 हैल्परों व अन्य कर्मियों को पॉलिसी बना कर पक्का किया जाए। चालकों के लिए अड्डा इंचार्ज के पद पर प्रमोशन की जाए।
लिपिकों से असिस्टेंट के 88 पद स्वीकृत करने की सहमति को पूरा किया जाए। कर्मशाला में 2018 में लगे ग्रुप डी के कर्मचारियों को कॉमन काडर से अलग किया जाए। सभी श्रेणियों की लंबित प्रमोशन 15 अगस्त 2024 से पहले किया जाए। लोकल मार्गों पर ओवरटाइम देने की 35 की रिसीट की शर्त खत्म की जाए।
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