• जींद के अस्पतालों के सात करोड़ बकाया, जींद में 11 सरकारी तो 16 निजी अस्पताल हैं आयुष्मान पैनल पर
    निजी अस्पतालों में प्रतिदिन लगभग 80 होते हैं आप्रेशन
  • निजी अस्पतालों द्वारा आयुष्मान पात्र लोगों के आप्रेशन न किए जाने बारे उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया : डॉ. भोला

(Jind News) जींद। जींद जिले के आयुष्मान पैनल के सभी अस्पतालों ने मंगलवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए)के आह्वान पर आयुष्मान कार्ड का काम पूरी तरह से बंद करने का निर्णय लिया है। जिससे आमजन की परेशानी बढ़ गई है। जींद में कुल 11 अस्पताल सरकारी तथा 16 निजी अस्पताल आयुष्मान पैनल पर हैं। इन निजी अस्पतालों में प्रतिदिन लगभग 80 आप्रेशन व अन्य ओपीडी होती है।

करोड़ों रुपये का बकाया सरकार की तरफ होने के चलते उपचार के लिए अपने हाथ खड़े कर दिए

जिला में डेढ़ लाख से अधिक लोगों के आयुष्मान व चिरायु कार्ड भी बने हुए हैं। अब निजी अस्पतालों ने करोड़ों रुपये का बकाया सरकार की तरफ होने के चलते उपचार के लिए अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। ऐसे में अब लोगों को समझ नही आ रहा है कि सरकार के आयुष्मान का कार्ड का लाभ किस तरह उठाया जाए। वहीं निजी चिकित्सकों का कहना है कि जब तक भुगतान नही किया जाता है, आयुषमान पैनल पर अस्पताल काम नही करेंगे। किसी तरह के आप्रेशन नही किए जाएंगे।

हरियाणा का मिलाकर लगभग 450 करोड़ से अधिक रुपये का सरकार पर बकाया

आईएमए के प्रधान डॉ. अनिल जैन ने बताया कि निजी अस्पतालों का पूरे हरियाणा का मिला कर लगभग 450 करोड़ से अधिक रुपये का सरकार पर बकाया है। जबकि जींद के अस्पतालों का लगभग सात करोड़ है। जो कि पिछले काफी समय से भुगतान नही किया गया है। भुगतान समय पर नही मिल पाने के चलते निजी अस्पतालों पर भी आर्थिक संकट आ गया है। जबकि सरकार से हुए समझौते के तहत इलाज किए गए पैसे का भुगतान ज्यादा से ज़्यादा 15 दिनों के भीतर हो जाना चाहिए था।

एक समस्या पहले से तय किए गए रेट के बावजूद बेवजह कटौती को लेकर भी है। इस बार की समस्या तो इतनी विकट हो चुकी है कि ज़्यादातर अस्पताल कर्ज में डूब गए हैं। पिछले छह साल से मरीजों के इलाज का रेट भी सरकार द्वारा बढ़ाया नहीं गया है, जबकि महंगाई के कारण इलाज का खर्च लगातार बढ़ता जा रहा है, ऐसे में अस्पतालों की ऐसी मजबूरियां हो गई हैं वे पुराने रेट पर इलाज कर पाने में सक्षम महसूस नहीं कर रहे हैं। ऐसे में इन परिस्थितियों में मरीजों की असुविधा के लिए अस्पतालों को खेद भी है।

निजी अस्पतालों में आयुष्मान व चिरायु कार्ड धारकों के आप्रेशन नही हुए

जिला में आयुष्मान पैनल वाले निजी अस्पतालों में आयुष्मान व चिरायु कार्ड धारकों के आप्रेशन नही हुए तो वो इधर-उधर भटकते हुए नजर आए। आयुष्मान व चिरायु कार्ड धारक निजी अस्पतालों में पहुंचे तो लेकिन उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। उपचार न किए जाने को लेकर चिकित्सकों ने खेद भी प्रकट किया।

नागरिक अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने बताया कि निजी अस्पतालों द्वारा आयुष्मान पात्र लोगों के आप्रेशन न किए जाने बारे उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है। सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान व चिरायु कार्ड धारकों के आप्रेशन किए जा रहे हैं। आयुष पैनल के अस्पतालों की जो समस्या है, वो उच्च स्तर की है। उम्मीद है कि जल्द ही समस्या का निदान हो जाएगा।

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