- कुल 190 क्विंटल निकली किसान की धान
- अनाज मंडी में हेफेड, फूड सप्लाई, हरियाणा वेयर हाउस कॉर्पोरेशन खरीद करेगी
- किसान सुखा कर लाएं धान, मंडी में नहीं होने दी जाएगी परेशानी : संजीव कुमार
(Jind News) जींद। शुक्रवार से सरकार द्वारा अनाज मंडियों में धान खरीद शुरू करने के निर्देश दिए थे लेकिन इन निर्देशों के बावजूद भी जिले में धान की खरीद नहीं हो सकी। एक तो जिला प्रशासन ने अभी तक मंडियों में धान खरीद के लिए मिलरों का पंजीकरण नही किया। इसके अलावा धान में अभी तक नमी की मात्रा ज्यादा होने के कारण खरीद एजेंसियां भी पहले दिन मंडी में नहीं पहुंची। पहले दिन जींद की अनाज मंडी में 190 क्ंिवटल धान पहुंची थी।
आचार संहिता के कारण नए टेंडर भी प्रशासन नहीं करवा सका
धान खरीद के लिए लगभग एक सप्ताह पहले ही तैयारियों के निर्देश मंडियों में दिए गए थे। इसके कारण मंडियों में साफ-सफाई का काम तो लगभग पूरा करवा दिया गया था लेकिन कांटों की कंप्लीकेशन व टूटी सड़कों के सुधार के लिए अभी कोई काम नहीं हो पाया था। शहर की अनाज मंडी में टूटी सड़कों के चलते किसानों को धान लेकर आने में परेशानी तो होगी। इसके अलावा आचार संहिता के कारण नए टेंडर भी प्रशासन नहीं करवा सका। पहले एक अक्टूबर से मंडियों में धान खरीद शुरू करवाने के निर्देश थे लेकिन अब इसको शुक्र वार से ही शुरू करने के निर्देश मिलने पर आधी अधूरी तैयारियों में मंडी प्रशासन व किसान दोनों के परेशानी होगी।
शहर की अनाज मंडी में पहले दिन एक ही किसान धान लेकर पहुंचा। जिसका वजन लगभग 190 क्ंिवटल हुआ। मंडी प्रशासन ने धान की खरीद के लिए नमी की जांच की तो 22 प्रतिशत नमी मिली। इसको खरीदने के लिए कोई एजेंसी नहीं पहुंची। शहर की अनाज मंडी में हेफेड, फूड सप्लाई, हरियाणा वेयर हाउस कॉर्पोरेशन खरीद करेगी।
बीते वर्ष 31 मीलरों के साथ हुआ था समझौता
अभी तक धान खरीद के लिए किसी भी मीलर ने पंजीकरण नहीं करवाया है। इसके लिए मीलरों से आवेदन मांगे गए हैं ताकि वह पंजीकरण करवा कर धान खरीद का कार्य शुरू कर सकें। बीते वर्ष जिले से धान खरीदने के लिए 31 मीलरों के साथ सहमति बनी थी। अब आगामी एक से दो दिन में मीलरों का पंजीकरण कर धान खरीद करवाई जाएगी।
किसान सुखा कर लाएं धान, मंडी में नहीं होने दी जाएगी परेशानी : संजीव कुमार
मार्केट कमेटी सचिव संजीव कुमार ने कहा कि किसान मंडी में धान को अच्छे से सुखाकर लाएं ताकि मंडी में आते ही फसल को बेचा जा सके। जिन किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्योरा पर धान की फसल का रजिस्ट्रेशन करवाया है। उन ही किसानों को धान को सरकारी समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा। किसान धान को सुखने के बाद ही कटवाएं। धान में नमी की मात्रा निर्धारित से ज्यादा होने पर खरीद नहीं होगी। अभी तक मंडी में जो धान पहुंची है। उसमें नमी की 22 प्रतिशत मात्रा मिली है। धान में नमी की मात्रा 17 प्रतिशत होने पर ही खरीद की जाएगी।
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