- 2697 विद्यार्थियों में से 2409 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, 288 विद्यार्थी गैर हाजिर रहे
- परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी को चार साल तक हर महीने एक हजार रुपये मिलेगी छात्रवृत्ति
(Jind News) जींद। नेशनल मींस कम मेरिट स्कॉलरशिप (एनएमएमएस) के तहत रविवार को शहर में नौ केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन किया गया। 2697 विद्यार्थियों में से 2409 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। जबकि 288 विद्यार्थी गैर हाजिर रहे। रविवार को हुई परीक्षा को नकल रहित करवाने को लेकर उडऩदस्ता टीम द्वारा समय-समय पर परीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया गया। राजकीय स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों के एनएमएमएस परीक्षा शिक्षा विभाग की अच्छी योजना है।
परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी को चार साल तक हर महीने एक हजार रुपये छात्रवृत्ति के रूप में दिए जाएंगे। परीक्षा को लेकर राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, राजकीय हाई स्कूल बाल आश्रम, एसके सीनियर सेकेंडरी स्कूल भिवानी रोड, बी-1 एसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल न्यू बिल्डिंग, बी-2 एसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल न्यू बिल्डिंग, बी-1 एसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल पुरानी बिल्डिंग, नव दुर्गा सीनियर सेकेंडरी स्कूल रोहतक रोड, बाल विकास सीनियर सेकेंडरी स्कूल जींद जंक्शन, कैंब्रिज सीनियर सेकेंडरी स्कूल सफीदों रोड पर परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।
जिला शिक्षा अधिकारी सुमित्रा देवी व जिला गणित विशेषज्ञ आनंद सहारण ने बताया कि परीक्षा नकल रहित रही है। आगामी फरवरी माह में परीक्षा का परिणाम आने की संभावना है। परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों को 9वीं से 12वीं कक्षा तक चार साल हर महीने एक हजार रुपये छात्रवृत्ति के रूप में दी जाएगी। योजना के तहत पूरे प्रदेशभर से 2337 पात्र विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि एनएमएमएस योजना भारत सरकार द्वारा चलाई गई योजना है, जिसका उद्देश्य जरूरतमंद विद्यार्थियों का चयन कर उनका शैक्षणिक विकास करना है। एनएमएमएस परीक्षा के दो भाग होते हैं। पहला भाग मानसिक योग्यता परीक्षण आधारित होता हैए जिसमें विद्यार्थियों के तर्क विश्लेषण व संश्लेषण को जांचने के लिए बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं। वहीं दूसरा भाग बौद्धिक योग्यता परीक्षण आधारित होता है।
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