Jind News : एनएचएम कर्मचारियों ने मांगे न जाने के विरोध में शुरू की भूख हड़ताल

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NHM employees started a hunger strike in protest of not getting their demands met
मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए एनएचएम कर्मचारी।

(Jind News) जींद। स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर वीरवार को 14वें दिन भी एनएचएम कर्मचारियों ने अपनी हडताल को जारी रखा। एनएचएम कर्मचारियों ने सीएमओ कार्यालय के सामने धरना दिया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने स्टेट कमेटी के निर्देशानुसार पूर्व नियोजित कार्यक्रम भूख हड़ताल शुरू कर दी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के पांच कर्मचारी भूख हड़ताल पर बैठे जिनमें पूनम श्योकंद, सुनीता अलीपुरा, रीना, ममता, अंकिन शामिल रहे। धरने की अध्यक्षता राजेश अलेवा व मंच संचालन आशीष सिहाग ने किया।

एनएचएम कर्मचारी सांझा मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार को मांगों संबंधी ज्ञापन भी सौंपा था

इस अवसर पर डाइटीशियन सोनिया, राजरानी, शीतल,  सुमित, कमलेश, बिमला आदि ने देशभक्ति, सामण संबंधित गीत प्रस्तुत किए तथा साथ ही अन्य कर्मचारियों अमित लाड़वाल, डा. अजय मोर,  डा. नविता, डा. संदीप शर्मा, प्रदीप रंगा, सुनील रधाना, बलराज, गौरव सहगल, जितेंद्र वत्स, रामफल, गीता, रेखा, प्रीति, कविता, ऊषा, सुनील रेढू, सुनील सैनी, डा. दीपक, डा. शुभम सैनी, कमलेश बधाना, सुमन, रोशनलाल, नवीन आदि ने अपने विचार रखे। जिला फार्मासिस्ट एसोसिएशन के जिला प्रधान मनीराम, प्रोमिला, पवन जैन ने कर्मचारियों का धरनास्थल पर पहुंच कर नैतिक समर्थन किया। इसके साथ ही एनएचएम कर्मचारी सांझा मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार को मांगों संबंधी ज्ञापन भी सौंपा था।

मांग की एनएचएम कर्मचारियों को पक्का कर्मचारी घोषित किया जाए

एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल के कारण सभी स्वास्थ्य सेवाओं पर असर दिखने को मिला। जिसमें लेबर रूम में डिलीवरी का कार्य, नर्सरी में नवजात शिशुओं की देखरेख का कार्य, केएमसी यूनिटए रेफरल, ट्रांसपोर्ट एम्बुलेंस सुविधा न मिलना, जन्म-मृत्यु विभाग कार्य, मेंटल हैल्थ, केंद्रीय औषधि विभाग कार्य, स्कूल हैल्थ (आरबीएसके) व आरकेएसके टीम द्वारा फील्ड में बच्चों के स्वास्थ्य जांच कार्य, एनसीडी, एनआरसी, टीबी विभाग, आयुष विभाग, एनएचएम कार्यालय, पीपी सेंटर, टीकाकरण कार्य, सभी सीएचओ व रिपोर्टिंग आदि कार्य शामिल रहे। जबकि एनएचएम कर्मचारी पिछले काफी सालों से स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं तथा अपना काम पूरी लग्र, ईमानदारी व निष्ठा से करते आ रहे हैं। उन्होंने मांग की कि एनएचएम कर्मचारियों को पक्का कर्मचारी घोषित किया जाए। सातवें वेतनमान का लाभ दिया जाए, सर्विस रूल के साथ कोई छेड़छाड़ न की जाए। कैशलैस मेडिकल सुविधा देने, एलटीसी, ग्रेजुएटी व एक्सग्रेशिया का लाभ दिया जाए। कर्मचारियों को सेवा के अनुसार ईएल, स्टडी लीव, ट्यूशन फीस का लाभ दिया जाए। आयुष्मान भारत योजना के तहत सीएचओ कैडर की एसओपी को लागू किया जाए। बांड प्रथा को समाप्त करने, एनएचएम कर्मियों को ट्रांसफर सुविधा देने, वर्ष 2017 से 2024 तक कर्मियों द्वारा दी गई हड़ताल अवधि का वेतन जारी करने व सेवा अवधि में गणना की जाए।

 

 

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