- उचाना विधायक के साथ तीनों तीर्थों का लिया जायजा, गांव के लोगों से रूबरू होकर मांगे सुझाव
(Jind News) जींद। कुरूक्षेत्र 48 कोस परिधि में आने वाले उचाना के तीन तीर्थों का दौरा करने कुरूक्षेत्र 48 कोस तीर्थ मॉनिटरिंग चेयरमैन मदनमोहन छाबड़ा गुरूवार को उचाना पहुंचे। भाजपा विधायक देवेंद्र चतरभुज अत्री उनके साथ इस दौरान मौजूद रहे। खांडा, कसूहन में काया शोधन तीर्थ, लोधर के महर्षि लोमश ऋषि तीर्थ का जायजा लिया। कुरूक्षेत्र 48 कोसिय भूमि के अधीन 182 तीर्थ आते हैं।
उचाना क्षेत्र के अधीन आने वाले कसूहनए लोधरए खांड के तीर्थ भी उनमें शामिल है। कसूहन के काया शोधन तीर्थ को लेकर मान्यता है कि यहां राजा पटियाला कुष्ठ रोग से पीडि़त थे तो काया शोधन तीर्थ पर नहा कर उनका कुष्ठ रोग दूर हो गया था।
महाराजा द्वारा उस समय आठ एकड़ इस तीर्थ को लेकर दी जो आज भी इसके नाम है तो महाराज द्वारा हर साल तीर्थ को लेकर 18 रुपए की राशि दी जाती थी। ये भी मान्यता इस तीर्थ को लेकर बताई गई है कि कुरूक्षेत्र में हुए महाभारत युद्ध के दौरान पांडव सेना में शामिल जो सैनिक घायल होते थे उनके घाव भी यहां पर नहाने से ठीक हुआ करते थे।
कुरूक्षेत्र 48 कोसिय भूमि है जिसमें 182 तीर्थ चिन्हित
तीर्थ मॉनिटरिंग चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा ने कहा कि कुरूक्षेत्र 48 कोसिय भूमि है जिसमें 182 तीर्थ चिन्हित है। उन तीर्थों के विकास की योजना लगातार बन रही है। कुछ पहले हो रहे है कुछ बाद में। जब से 2014 में भाजपा की सरकार आई है।
पूर्व सीएम मनोहर लाल द्वारा अब सीएम नायब सिंह सैनी द्वारा घोषणा की गई है कुरूक्षेत्र परिधि में आने वाले सभी तीर्थों का विकास होगा। जो-जो भी मांगे है उनको पूरा करने की कोशिश करेंगे। पहले प्लॉनिंग बना कर चरणबद्ध तरीके से काम होंगे। पुराने स्थान है कही मिऋी की भरत है कही कुछ है वो सभी काम होंगे।
इस मौके पर महाबीर, शुक्रचंद, श्रीकांत सरपंच प्रतिनिधि, पूर्व सरपंच नरेश, विशाल अत्री, हरी कुमार, कुलदीप, गौरव अत्री, रोशन खांडा, कैलाश खांडा सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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