• केंद्रीय गृहमंत्री के इस्तीफे व चुनाव में बदलाव की रोक की मांग

(Jind News) जींद। गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग, चुनाव  में बदलाव करके लोकतंत्र और संघवाद पर हमले के खिलाफ  व किसानों से बातचीत करने की मांग को लेकर वामपंथी पार्टियों के सयुंक्त आह्वान पर सोमवार को सीपीआईएम, सीपीआई व सीपीआई माले ने लघु सचिवालय पर प्रदर्शन किया।

इस दौरान कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ  जमकर नारेबाजी की तथा गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग का ज्ञापन तहसीलदार के माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजा। प्रदर्शन का नेतृत्व संदीप जाजवान, सीपीआई के प्रेम सिंह व सीपीआई माले के विनोद धड़ोली ने की।

देश में व्यापक आक्रोश और विरोध प्रदर्शन हुआ

उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा राज्यसभा में बाबा साहेब पर बेहद अपमानजनक टिप्पणियां करने के परिणामस्वरूप पूरे देश में व्यापक आक्रोश और विरोध प्रदर्शन हुआ है। हालांकि न तो अमित शाह और न ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिम्मेदारी लेने और सुधारात्मक कार्रवाई करने को तैयार हैं।

इसलिए संयुक्त रूप से विरोध दिवस आयोजित किया गया है और राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस गृहमंत्री के रूप में अमित शाह के इस्तीफे की मांग की। कपूर सिंह ने कहा कि वाम दल एकमत से एक राष्ट्र-एक चुनाव प्रस्ताव का विरोध करते हैं। जिसे अब संसद में एक संविधान संशोधन विधेयक सहित दो विधेयकों के माध्यम से पेश किया गया है। संविधान में प्रस्तावित संशोधन संघीय ढांचे और राज्य विधानसभाओं तथा उन्हें चुनने वाले लोगों के अधिकारों पर सीधा हमला है।

यह विधानसभाओं के पांच साल के कार्यकाल को मनमाने ढंग से कम करके केंद्रीकरण और लोगों की इच्छा को कम करने का नुस्खा है। वाम दलों ने चुनाव संचालन नियमों में संशोधन को वापस लेने की भी मांग की। इसके साथ ही किसानों से बातचीत करके उनकी मांगों का हल करवाया जाए। प्रदर्शन को प्रकाश चंद्र, नूतन प्रकाश, राजेश कुमार, पवन कुमार,  कश्मीर सिंह, इंद्र सिंह, मनीष, संदीप दालमवाला, दीनदयाल, सुभाष पांचाल,  सुल्तान जांगड़ा ने भी संबोधित किया।

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