Jind News : किसान सभा ने कृषि मंत्री और कृषि निदेशक को भेजे ज्ञापन

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Kisan Sabha sent memorandum to Agriculture Minister and Agriculture Director
ज्ञापन सौंपते फूल सिंह श्योकंद।
  • बीटी कॉटन पर झूठे दावे करके प्राइवेट कंपनी द्वारा बीज बेचने पर अंकुश लगाया जाए

(Jind News ) जींद। किसान सभा के आह्वान पर किसान सभा जींद की जिला कमेटी के सदस्यों ने राज्य उपप्रधान फूल सिंह श्योकंद के नेतृत्व में उप कृषि निदेशक के माध्यम से कृषि मंत्री व कृषि निदेशक के नाम बीटी कॉटन के संबंध में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से किसान सभा ने कपास किसानों की मांगों को उठाया। फूल सिंह श्योकंद ने बताया कि पिछले चार-पांच सालों से बीटी कपास में गुलाबी सुंडी, सफेद मक्खी आदि समस्याओं ने विकराल रूप ले लिया है। इसी वजह से प्रदेश में कपास का रकबा लगभग 30 प्रतिशत तक घट गया है। जिस कारण किसान धान लगाने को मजबूर है। हर वर्ष सुंडी आदि से किसानों को पैदावार में नुक्सान, फिर फसल को बीमारी से बचाने के लिए दवाई आदि पर सैंकड़ों रुपये खर्च कर आर्थिक नुकसान से लेना पड़ता है। जबकि सच्चाई है कि यह दवाइयां गुलाबी सुंडी को खत्म करने में कारगर नहीं है। ऐसे में कृषि विभाग, कृषि विश्वविद्यालय की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह खुद के ऐसे नए बीज तैयार करें जो किसानों को इससे बचा सके। किसानों को इस बात के लिए जागरूक करें कि इन दवाइयां का कोई फायदा नहीं तो इन पर पैसे खर्च न करें लेकिन शायद कृषि विभाग तमाम कृषि वैज्ञानिक, शोध संस्थान ये करने में विफल हैं और किसानों के बीज,  दवाई आदि के लिए इन प्राइवेट कंपनियों के हाथों जमकर लूट हो रही है।

तमाम कृषि विभागों को मुस्तैद किया जाए।

उन्होंने मांग की कि बीटी कॉटन पर झूठे दावे करके प्राइवेट कंपनी द्वारा बीज बेचने पर अंकुश लगाया जाए। कृषि विभाग, सीआईसीआर किसानों को इससे बचाने के उपाय बताएं अगर उपाय नहीं है तो किसानों को इस बात के लिए जागरूक करें कि वह इन प्राइवेट दवाई कंपनियों के हाथों में ना लूटे। नकली बीजए दवाइयों पर रोक लगाई जाएं। बीमारियों के चलते किसानों का लागत खर्च में वृद्धि हो रही किसानों को इसके बचाव के लिए दवाइयां, कीटनाशक, पोषक तत्व आदि सरकारी समिति के माध्यम से सस्ती दरों पर उपलब्ध करवाई जाए। जिन किसानों का बीमा नहीं है उनके लिए फसल खराब है के मुआवजा राशि बढ़ाई जाए। आने वाले समय में सुंडी का प्रकोप और ज्यादा बढ़ सकता है। इसके लिए तमाम कृषि विभागों को मुस्तैद किया जाए। स्पेशल गिरदावरी की आदेश दिए जाएं। सभी जिलों में कृषि विभाग के वैज्ञानिकों, कृषि अधिकारियों समेत सभी खाली पड़े पदों पर स्थाई भर्ती की जाए। जीएम बीज पर रोक लगाई जाए। किसान सभा के राज्य उप प्रधान फूल सिंह श्योकंद ने बताया कि 12 अगस्त को हिसार में कपास किसानों की समस्याओं को लेकर किसान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति के कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर किसान सभा के जिला सचिव बलिंद्र उचाना, जोधा राम, दलबीर सिंह, सतबीर खरल, जसवंत सिंह, मनी राम, निहाल सिंह आदि मौजूद रहे।

 

 

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